चौबेपुर में जब बारिश ने बचा ली डेढ़ सौ दुकानदारों की रोजी

जीटी रोड किनारे पर डेढ़ सौ से दो सौ दुकानें हैं, जो लकड़ी की गुमटी और बांस के टट्टर में संचालित होती हैं। रविवार दोपहर दुकानदार दहशत में थे और चमत्कार का इंतजार कर रहे थे।

By AbhishekEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 07:09 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 10:36 AM (IST)
चौबेपुर में जब बारिश ने बचा ली डेढ़ सौ दुकानदारों की रोजी
चौबेपुर में जब बारिश ने बचा ली डेढ़ सौ दुकानदारों की रोजी

कानपुर (जेएनएन)। बेमौसम बारिश से अक्सर आफत ही सामने आती है लेकिन चौबेपुर में दोपहर में हुई बारिश वरदान साबित हुई। बारिश ने करीब डेढ़ सौ दुकानदारों की आजीविका और उनके परिवारों का निवाला छिनने से बचा लिया। बरसात होते ही सारे घबराए दुकान वालों के चेहरों पर खुशी छा गई और भगवान व इंद्र देव का शुक्रिया करते नहीं थक रहे थे।

बस इंतजार था तो किसी चमत्कार का

चौबेपुर कस्बे में जीटी रोड के एक किनारे पर करीब डेढ़ सौ से दो सौ दुकानें हैं, जो लकड़ी की गुमटी और बांस के टट्टर में संचालित होती हैं। बाजार के दिन आसपास के गांवों से लोग सामान की खरीदारी करने आते हैं। खाने-पीने के सामान से लेकर कपड़े और घरेलू वस्तुओं की बड़ी बाजार है। रविवार की दोपहर अपनी अपनी दुकानें छोड़कर जीटी रोड पर खड़े सभी दुकानदार दहशत में थे और बस इंतजार था किसी चमत्कार का। आखिर भगवान ने उनकी सुन ली और उनके चेहरों पर मुस्कान लौट आई।

धूं-धूं कर जल रही थी पांच दुकानें, बढ़ती जा रही थी आग

कस्बे में जीतू चौरसिया की कृष्णा फास्ट फूड नाम से जीटी रोड के किनारे दुकान है। रविवार की दोपहर करीब दो बजे वह चाउमीन बना रहे थे। इस समय गैस सिलेंडर में अचानक आग लग गई। जबतक लोग कुछ समझ पाते आग बेकाबू हो गई। तेज लपटों पड़ोस की दुकानों की ओर बढऩे लगी और एक एक करके पांच दुकानों को चपेट में ले लिया। इस बीच अन्य दुकानों से भी दुकानदार बाहर निकल आए और बचाव के लिए कहीं पुलिस तो कभी दमकल को सूचना देने लगे। अग्नि को बढ़ता देखकर दुकानदारों की धड़कनें भी बढ़ती जा रही थीं क्योंकि डर था कि आंखों के सामने उनकी आजीविका नष्ट न हो जाए।

सिलेंडर फटते ही छा गई दहशत, नहीं पहुंची दमकल

आग की चपेट में आने से पांचों दुकानें जल गईं। इस बीच तेज धमाके के साथ फास्ट फूड की दुकान रखा सिलेंडर फट गया, जिससे दुकानदारो में दहशत फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फायर स्टेशन से दमकल भेजने को कहा। शिवराजपुर स्टेशन और कानपुर से भी करीब आधे घंटे तक दमकल नहीं पहुंची। दुकानदारों अपना सामान बचाने का प्रयास किया तो पुलिस ने घटना की आशंका से उन्हें रोक दिया।

आफत पर राहत बनी बारिश

आग बढऩे से लोगों में चिंता की लकीरें साफ दिख रही थीं। दुकानदार अपनी दुकानें छोड़ कर काफी दूर खड़े थे। सिलेंडर फटने के कारण कोई भी आगे जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। दमकल भी मौके पर नहीं पहुंची थी। दुकानदारों के मन की पीड़ा देखकर आसमान में छाए बादल पिघल गए और बारिश बनकर बरस पड़े। बारिश शुरू होते ही दुकानदारों ने राहत की सांस ली। कुछ देर की झमाझम बारिश से दुकानों में लगी आग तुरंत बुझ गई और बाजार की बाकी दुकानें बच गईं। थानाध्यक्ष ने बताया कि आग लगने को दमकल को सूचना दी गई थी लेकिन बरसात होते ही वह बुझ गई। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

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