शाहजहांपुर में सड़क हादसे में प्रॉपर्टी डीलर की मौत, पत्नी घायल

शाहजहांपुर में शनिवार तड़के हुए सड़क हादसे में काकादेव निवासी प्रॉपर्टी डीलर व पूर्व कांग्रेसी नेता राजेश मिश्रा (45) की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 Sep 2018 01:22 AM (IST) Updated:Sun, 30 Sep 2018 01:22 AM (IST)
शाहजहांपुर में सड़क हादसे में प्रॉपर्टी डीलर की मौत, पत्नी घायल
शाहजहांपुर में सड़क हादसे में प्रॉपर्टी डीलर की मौत, पत्नी घायल

जेएनएन, कानपुर : शाहजहांपुर में शनिवार तड़के हुए सड़क हादसे में काकादेव निवासी प्रॉपर्टी डीलर व पूर्व कांग्रेसी नेता राजेश मिश्रा (45) की मौत हो गई। वहीं उनकी पत्नी ऋचा गंभीर रूप से घायल हो गई। दोनों अपने गुरु के अंतिम संस्कार में शामिल होने हरिद्वार जा रहे थे। हादसे में घायल पत्नी को प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर भेज दिया गया।

काकादेव एम ब्लॉक निवासी राजेश मिश्रा के परिवारिक अध्यात्मिक गुरु फलाहारी बाबा हरिद्वार के एक आश्रम में रहते थे। शुक्रवार रात उनका निधन होने पर राजेश मिश्रा अपनी पत्नी ऋचा के साथ कार से रात करीब 10.30 कानपुर से हरिद्वार के लिए निकले थे।

शनिवार तड़के करीब साढ़े चार बजे शाहजहांपुर में जलालाबाद हाईवे पर खैरपुर चौराहा के पास उनकी कार में किसी वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे कार चला रहे राजेश की कार में फंसकर मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस घायल ऋचा को बाहर निकाल उपचार के लिए तिलहर सीएचसी भेजा। जहां से उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। जानकारी पर राजेश के ससुर चंद्रकांत द्विवेदी रिश्तेदारों के साथ शाहजहांपुर पहुंचे और ऋचा को बेहतर इलाज के लिए कानपुर रवाना किया। वहीं शाम को पोस्टमार्टम के बाद राजेश के शव को परिजन कानपुर लाए। इंस्पेक्टर कटरा संजय सिंह ने बताया कि परिजनों की ओर से कोई अब तक कोई तहरीर नहीं मिली है।

ससुर की बात मानते तो टल जाता हादसा

राजेश के ससुर चंद्रकांत द्विवेदी ने बताया कि राजेश पहले गीतानगर कॉलोनी में रहते थे। ढाई साल पहले पारिवारिक विवाद के बाद वह उनके घर आ गए थे। राजेश का प्रॉपर्टी का कारोबार अच्छा चलता था। वह कांग्रेस के पूर्व जिला महासचिव भी रह चुके थे। उनके पिता स्व. दिनेश चंद्र मिश्रा ने हरिद्वार में बाबा फलाहारी को गुरु माना था। राजेश भी हर गुरु पूर्णिमा पर गुरुजी के दर्शन करने जाते थे। गुरु की मौत पर राजेश तुरंत हरिद्वार के लिए चल दिए। राजेश को कार चलाता देख उन्होंने बड़ी गाड़ी और ड्राइवर ले जाने को कहा था, लेकिन जल्दबाजी में वह नहीं माने और चले गए।

पत्नी को नहीं दी गई मौत की सूचना

घायल ऋचा को जिला अस्पताल में होश आने पर वह बार-बार पति से मिलने के लिए कह रही थीं। परिजन उन्हें दिलासा देते रहे कि राजेश ठीक हैं और उनका इलाज हो रहा है। इसके बाद उन्हें कानपुर भेज दिया गया। इधर देर शाम राजेश का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। रिश्तेदारों ने बताया कि राजेश के परिवार में बेटी रेनूका (18), प्रिया (16) और 10 साल का बेटा यश हैं। सभी का बुरा हाल है।

chat bot
आपका साथी