कानपुर के टाटमिल पर खड़े होंगे निजी वाहन, छावनी बोर्ड वसूलेगा किराया
छावनी बोर्ड टाटमिल चौराहा के पास अपनी जमीन पर अतिक्रमण होने से रोकने के लिये नए तरीके से तैयारी कर रहा है। अतिक्रमण रोकने में हो रही दिक्कत के चलते तय किया गया है कि अब यहां प्राइवेट वाहन खड़े करने की छूट दी जाएगी।
कानपुर जेएनएन। छावनी बोर्ड ने टाटमिल पर कई बार अभियान चलाकर अतिक्रमण साफ किया लेकिन हर बार की तरह इस बार भी कुछ दिनों बाद वहां अतिक्रमण हो गया। इस अतिक्रमण को पूरी तरह साफ करने के लिए छावनी बोर्ड ने अब नया तरीका निकाला है। यहां निजी बसों और वाहनों को जगह दी जाएगी जिसका किराया छावनी बोर्ड वसूल करेगा। इससे एक पंथ दो काज होंगे। पहला, छावनी बोर्ड की आय बढ़ेगी तो वहीं अतिक्रमण पर अंकुश लगेगा।
छावनी बोर्ड ने टाटमिल पर अतिक्रमण हटाने के लिए यहां निजी बसों और वाहनों को खड़ा करने की जगह देने की योजना बनायी है। इसके लिए सबसे पहले यहां का अतिक्रमण हटाया जाएगा। इसके बाद निजी बसों और वाहनों को जगह दी जाएगी। यहां से प्रतिदिन फतेहपुर और प्रयागराज तक निजी वाहन सवारी भरकर जाते हैं। सुबह चार बजे से ऐसे वाहन लाइन लगाते हैं जिनसे कुछ निजी ठेकेदार किराया वसूलते हैं। शाम को वापसी में कई निजी वाहन स्वामी यहां अपने वाहन भी खड़ा करते हैं। अभी तक एक गेस्ट हाउस संचालक इन वाहनों को खड़ा कराने के एवज में किराया वसूल करता था। जिसका छावनी बोर्ड ने विरोध तो किया ही गेस्ट हाउस संचालन पर भी प्रतिबंध लगा दिया। बोर्ड अधिकारियों के मुताबिक हमारी जमीन पर दूसरे ठेकेदार कमाई कर रहे थे। इसकी सूचना पर कार्रवाई की गई थी। नई योजना से जहां बोर्ड को ठीक ठाक कमाई होगी वहीं अतिक्रमण भी पूरी तरह साफ हो जाएगा।