पैकेज पर भर्ती किया और दवाएं बाहर से मंगवाईं, कानपुर में जारी है अस्पतालों में मनमानी

कानपुर शहर में हंसपुरम के एक अस्पताल ने जनरल बेड देकर मरीज से आइसीयू का चार्ज वसूल किया। अधिक बिल बनाने का विरोध करने पर पूरे दिन अस्पताल में मरीज के तीमारदारों को बिठाए रखा और चार दिन के इलाज में हजारों का बिल बनाया।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 11:56 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 11:56 AM (IST)
पैकेज पर भर्ती किया और दवाएं बाहर से मंगवाईं, कानपुर में जारी है अस्पतालों में मनमानी
कानपुर में अस्पताल संचालकों की मनमानी ।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी के बीच अस्पतालों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। मरीजों से पैकेज की बात तय करने के बाद भी उनसे जांच और दवाएं बाहर से मंगाई जा रही हैं। यहां तक कि ऑक्सीजन का इंतजाम भी तीमारदारों को ही करना पड़ रहा है। ऐसे ही मामला नौबस्ता हंसपुरम स्थित एक अस्पताल का सामने आया है।

सनिगवां रोड निवासी संजय शुक्ला की तबीयत बिगड़ी तो 30 अप्रैल को उन्हें हंसपुरम स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीमारदार सुमित तिवारी ने बताया कि आठ हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से इलाज का खर्च देने की बात तय हुई थी। इसमें सामान्य बेड दिया गया। प्रतिदिन तय इस पैकेज में ऑक्सीजन, दवाएं और डॉक्टर की विजिट भी शामिल थी।

बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन ने कई जांचें कराईं और दवाएं भी बाहर से मंगवाईं। ऑक्सीजन का इंतजाम भी खुद ही करना पड़ता था। चार दिन के इलाज में 89 हजार रुपये का बिल बनाया गया, जिसमें आइसीयू का भी खर्च जोड़ दिया गया। मरीज को चार मई की सुबह डिस्चार्ज होना था, लेकिन बिल का विरोध करने पर अस्पताल प्रबंधन ने पूरा दिन बिठाए रखा।

अंदर दवाएं महंगी, बाहर कीमत कम

अस्पतालों में जो मरीज भर्ती हैं उन्हें दवाएं भी अस्पताल के मेडिकल स्टोर से मिलती हैं, लेकिन मेडिकल स्टोर संचालक महंगी दवाएं बेच रहे हैं। जो दवाएं अंदर से मरीज को दी जाती हैं वह बाहर से खरीदने पर दो से तीन सौ रुपये सस्ती पड़ती हैं। स्वरूप नगर के एक अस्पताल का ऐसा ही मामला सामने आया। यहां भर्ती कोविड मरीज राशिद को मेरोऑन इंजेक्शन लिखा गया। आरोप है कि जब उन्होंने अस्पताल के मेडिकल स्टोर से इंजेक्शन लिया तो वह 700 रुपये में दिया गया। दोबारा यही इंजेक्शन 820 रुपये में मिला। उन्होंने इसे बाहर के मेडिकल स्टोर से खरीदा तो वह चार सौ रुपये में मिल गया।

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