मधुमेह की जांच से दिल की जटिलताओं को दूर भगाएं
प्रत्येक व्यक्ति को 40 की उम्र के बाद नियमित ब्लड शुगर की करानी चाहिए जांच।
जागरण संवाददाता, कानपुर : मधुमेह की जांच कराकर दिल की बीमारी और कोरोना वायरल की जटिलताओं से बच सकते हैं। 40 की उम्र के बाद प्रत्येक व्यक्ति को नियमित ब्लड शुगर की जांच करानी चाहिए। अगर जांच में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा आए इलाज शुरू कर देना चाहिए। यह बातें मंगलवार को प्रेसवार्ता में वरिष्ठ फिजीशियन एवं डायबिटोलाजिस्ट डा. नंदिनी रस्तोगी एवं डा. ब्रज मोहन ने संयुक्त रूप से दी।
डाक्टर द्वय ने बताया कि विश्व हृदय दिवस (29 सितंबर) के अवसर पर रिसर्च सोसाइटी फार स्टडी आफ डायबिटीज इन इंडिया (आरएसएसडीआइ) ने एक दिन में देश भर में 10 लाख लोगों के ब्लड शुगर की जांच का लक्ष्य रखा है। इसके तहत आरएसएसडीआइ के नौ हजार चिकित्सक सदस्य इंटरनेट मीडिया के माध्यम से 15 करोड़ लोगों तक पहुंच बनाई है, उन्हें जागरूक किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की चपेट में मधुमेह पीड़ित अधिक आए और उनकी मौत भी हुई। उसमें बड़ी संख्या में ऐसे थे, जिन्हें मधुमेह के बारे में पता ही नहीं था। बड़ी संख्या में ऐसे कोरोना पीड़ित सामने आए हैं, जो संक्रमण से उबरने के बाद मधुमेह की चपेट में आ गए। इस देखते हुए डिफीट डायबिटीज (मधुमेह को हराएं) महा अभियान के तहत बुधवार को एक दिन में दस लाख लोगों की मधुमेह जांच का लक्ष्य रखा गया है। इसका शुभारंभ 1 जुलाई को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एनवी रमन्ना ने की थी। इसके तहत 100 दिन में 10 करोड़ लोगों को मधुमेह के प्रति जागरूक करना है।
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इन्हें जांच कराना जरूरी
- 40 की उम्र के बाद कराएं।
- परिवार में हिस्ट्री तो 30 की उम्र वाले।
- तोंद निकली है तो 20 की उम्र वाले।
- हाई बीपी, कोलेस्ट्राल, थायराइड व अनियमित मासिक धर्म की समस्या।
आज यहां सुबह आठ बजे से होगी निश्शुल्क जांच
- निरामय मेडिकल एंड डायबिटिक सेंटर, स्वरूप नगर।
- ब्रज मेडिकल सेंटर, पनकी।