KDA, राजस्व व सिंचाई विभाग ने शुरू किया सर्वे, गंगा बैराज क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों की तैयार हो रही सूची

टीम के सदस्य एक-एक निर्माण की रिपोर्ट तैयार करते रहे। टीम ने शुक्रवार को भी बैराज से शुक्लागंज जाने वाले रास्ते में शंकरपुर सराय लुधवाखेड़ा छोटा मंगलपुर और लक्ष्मीपुरवा में निरीक्षण करके बन रहे निर्माणों की सूची तैयारी की थी।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 03:15 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 03:15 PM (IST)
KDA, राजस्व व सिंचाई विभाग ने शुरू किया सर्वे, गंगा बैराज क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों की तैयार हो रही सूची
अपनी जमीन के साथ ही रोड की भी जगह का चिन्ह्नांकन कर रही

कानपुर, जेएनएन। गंगा बैराज के इलाके को पिकनिक स्पॉट और अवैध निर्माण मुक्त बनाने के लिए केडीए, सिंचाई विभाग और राजस्व विभाग की टीम सर्वे कर रही है। दो दिन से तीन विभागों की टीम बैराज से शुक्लागंज और बैराज से बिठूर जाने वाले रास्ते पर अपनी जमीन के साथ ही रोड की भी जगह का चिन्ह्नांकन कर रही है। कितने अवैध निर्माण बने है इनकी सूची तैयार हो रही है। इन पर कार्रवाई की जाएगी।

दैनिक जागरण लगातार बैराज के डूब क्षेत्र और अन्य क्षेत्र में बिना लेआउट के हो रही प्लाटिंग और अवैध निर्माण का खुलासा कर रहा है। गंगा बैराज के आसपास के इलाके को पिकनिक स्पाट और अवैध निर्माण मुक्त बनाने की तैयारी चल रही है। इसको लेकर केडीए के तहसीलदार अजीत सिंह, सिंचाई विभाग के जिलेदार प्रदीप निगम, नायब तहसीलदार प्रियंक सिंह, सींचपाल अखिलेश, विनय सिंह और शैलेंद्र ने सोमवार को बैराज से बिठूर की तरफ जाने वाले बंधे के दोनों तरफ बने अवैध निर्माणों को चिह्नित किया। एक-एक निर्माण की फोटोग्राफी की गई। साथ ही सिंचाई विभाग की रोड की जमीन के किनारे बने एक-एक अस्थायी और स्थायी निर्माणों को भी चिह्नति करके सूची तैयार की गयी। हालत यह है कि डूब क्षेत्र में लेआउट पास नहीं हो सकता है इसके बाद भी निर्माण हो गए। केडीए के दस्ते को अवैध निर्माण नहीं दिखाई दिए इसमें कई दो-दो मंजिला के मकान बन गए है। हालत यह है कि डूब क्षेत्र में कई बिल्डरों ने टाउनशिप तक बसा दी है। भूखंड खरीद कर लोग फंस गए है। यहां पर बिल्डर केडीए अभियंताओं से मिलकर निर्माण भी करा रहे है।

टीम के सदस्य एक-एक निर्माण की रिपोर्ट तैयार करते रहे। टीम ने शुक्रवार को भी बैराज से शुक्लागंज जाने वाले रास्ते में शंकरपुर सराय, लुधवाखेड़ा, छोटा मंगलपुर और लक्ष्मीपुरवा में निरीक्षण करके बन रहे निर्माणों की सूची तैयारी की थी। इन गांवों की 11 सौ हेक्टेयर जमीन पर केडीए माडर्न योजना (गंगोत्री योजना) बनाने जा रहा है। जागरण के अभियान चलाने के बाद केडीए और राजस्व विभाग ने मिलकर एक हजार वर्गमीटर जगह खाली करायी थी। इस जमीन पर फिर कुछ लोगों ने नजर लगा दी है। इसको देखते हुए केडीए सतर्क हो गया है। 

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