यूपी के सात शहरों में लगने जा रहे प्रदूषण मापक यंत्र, उद्योगों को तुरंत करेंगे अलर्ट

पहले कानपुर फिर आगरा गाजियाबाद मुरादाबाद लखनऊ गोरखपुर व प्रयागराज में प्रदूषण मापक यंत्र लगाने की तैयारी है।

By AbhishekEdited By: Publish:Sat, 22 Feb 2020 03:33 PM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 03:33 PM (IST)
यूपी के सात शहरों में लगने जा रहे प्रदूषण मापक यंत्र, उद्योगों को तुरंत करेंगे अलर्ट
यूपी के सात शहरों में लगने जा रहे प्रदूषण मापक यंत्र, उद्योगों को तुरंत करेंगे अलर्ट

कानपुर, जेएनएन। देश में प्रदूषण को लेकर यूपी के कई शहर टॉप लिस्ट में रहते हैं। अब इससे निपटने के लिए सरकार ने प्रमुख सात शहरों में उद्योगों के पास प्रदूषण मापक यंत्र लगाने की तैयारी की है, जो औद्योगिक क्षेत्रों में हवा और पानी में प्रदूषण बढऩे पर तुरंत अलर्ट करेंगे। कानपुर से शुरुआत होने के बाद आगरा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, लखनऊ, गोरखपुर व प्रयागराज में प्रदूषण मापक यंत्र लगाने की तैयारी है।

औद्योगिक क्षेत्र में होगी निगरानी

अब औद्योगिक क्षेत्र स्थित प्रत्येक औद्योगिक इकाई में हवा व पानी की जांच होगी। प्रक्रिया के दौरान अंदर उद्योग कितना प्रदूषण फैला रहे हैं इसकी मॉनीटङ्क्षरग करने के लिए उद्योगों में प्रदूषण मापक यंत्र लगाए जाएंगे। अगर पानी या हवा प्रदूषित होगी तो यह यंत्र अलर्ट करेगा। इस यंत्र के लग जाने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम को हर बार औद्योगिक इकाई में जांच के लिए नहीं जाना पड़ेगा। यह प्रदूषण मापक यंत्र उद्योगों में उप्र लघु उद्योग निगम लगाएगा। इसके लिए धनराशि शासन खर्च करेगा।

औद्योगिक इकाई को जारी होगा प्रमाण पत्र

अभी तक उद्योगों से निकलने वाले पानी की जांच प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड करता है। औद्योगिक क्षेत्रों के आसपास हवा की जांच के लिए मापक यंत्र लगाए जाते हैं। शहर में कई जगहों पर ऐसे यंत्र लगाए गए हैं। अब उद्योगों के अंदर मापक यंत्र लगेंगे। उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम यंत्र लगाने के बाद औद्योगिक इकाई को प्रमाण पत्र भी देगा। इसके बाद उनकी मॉनीटरिंग शुरू हो जाएगी। उद्योगों में यंत्र लगवाने के लिए निगम के प्रबंध निदेशक राम यज्ञ मिश्र इसका प्रारूप तैयार कर रहे हैं।

उन्होंने प्रमुख सचिव पर्यावरण व प्रमुख सचिव लघु उद्योग को पत्र भेजा है। बताया कि प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। अब सभी को प्रदूषण के खतरे के प्रति गंभीर होना होगा। औद्योगिक इकाइयों में यंत्र लगाए जाएंगे। इससे दूषित पानी व जहरीली हवा निकलने पर उद्यमी अलर्ट हो सकेंगे। अगर नहीं चेतेंगे तो प्रदूषण नियंत्रण में जुटे विभाग कार्रवाई करेंगे।

सभी जिलों में यंत्र लगाने का विचार

उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम सूबे के सभी जिलों के उद्योगों में यह यंत्र लगवाने पर विचार कर रहा है। निगम इसकी मॉनीटङ्क्षरग भी करेगा और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इसकी रिपोर्ट भेजेगा। इसकी शुरुआत कानपुर से की जाएगी, इसके बाद आगरा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, लखनऊ, गोरखपुर व प्रयागराज में स्थित एरिया ऑफिस के जरिए इन सभी शहरों में प्रदूषण मापक यंत्र लगाए जाएंगे। उद्योगों के बाद अस्पताल व स्कूलों में यह यंत्र लगाए जाने की योजना है।

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