Kanpur Birthday Party Case: इनामी हिस्ट्रीशीटर को भगाने में भाजपा विधायक का रिश्तेदार भी मददगार

कानपुर में बर्थडे पार्टी से इनामी हिस्ट्रीशीटर अपराधी को पुलिस से छुड़ाकर भगाने के मामले में आरोपितों में पहले गलत नाम दर्ज होने से अब पहचान हो सकी है। विधायक से अनबन होने के बाद उसकी नारायण सिंह से करीबी बढ़ गई थी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:53 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:53 AM (IST)
Kanpur Birthday Party Case: इनामी हिस्ट्रीशीटर को भगाने में भाजपा विधायक का रिश्तेदार भी मददगार
कानपुर पुलिस कर रही आरोपितों की पहचान।

कानपुर, जेएनएन। 25 हजार रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाकर भगाने के मामले में पुलिस ने एक आरोपित का गलत नाम दर्ज कर लिया था। अब उसकी पहचान हुई है। वह एक विधायक का रिश्तेदार है। हालांकि, कुछ समय से आरोपित और विधायक के रिश्तों में खटास के बाद से ही उसने नारायण ङ्क्षसह भदौरिया से करीबी बढ़ाई थी। वो फरार चल रहे आरोपित धीरू शर्मा को मुंह बोला मामा और जुआरी रॉकी यादव को छोटा भाई बताता है।

नौबस्ता में भाजपा नेता रहे नारायण सिंह भदौरिया की जन्मदिन पार्टी में शामिल होने आए 25 हजार रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को छुड़ाने के मामले में पुलिस ने उसके व समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के मुताबिक, वायरल वीडियो के हिसाब से नामजद किए गए लोगों में एक आरोपित का नाम आदित्य दीक्षित दर्ज किया गया था, जिसकी पहचान अब एक अधिवक्ता आदित्य द्विवेदी के रूप में हुई है। आदित्य एक भाजपा विधायक के साढ़ू का छोटा भाई है, जो विवादित जमीनों पर कब्जा करने का काम भी करता है।

कुछ समय पहले विधायक के विधानसभा क्षेत्र में आदित्य ने एक विवादित प्रापर्टी पर कब्जा किया था। इस पर विधायक ने विरोध जताते हुए उसे फटकारा था। इसके बाद से दोनों परिवारों के रिश्तों में खटास आ गई थी। इसके बाद ही आदित्य द्विवेदी ने नारायण सिंह के साथ प्रापर्टी के काम को आगे बढ़ाना शुरू किया। आदित्य मामले में फरार चल रहे जुआरी और बर्रा थाने के दलाल धीरू शर्मा का मुंह बोला मामा है। कई इंटरनेट मीडिया के प्लेटफार्म पर उसकी नारायण सिंह के साथ फोटो वायरल हुई हैं। हालांकि, दैनिक जागरण इनकी पुष्टि नहीं करता है। शहर में होने के बाद भी अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। फरार आरोपितों की तलाश में लगातार पुलिस टीमें जुटी हैं। उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी मांगा गया है। और जो भी नाम प्रकाश में आएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -विकास कुमार पांडेय, एसीपी, गोविंद नगर।

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