पुलिस के हाथ नहीं लगा सॉल्वर गैंग का सरगना राहुल, दबिश से पहले ही हुआ घर से फरार
कर्मचारी चयन आयोग की दिल्ली पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर बिठाने वाले गिरोह के सरगना राहुल की तलाश में पुलिस जुटी है। सर्विलांस की मदद और स्वजन की निशानदेही पर पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं ।
कानपुर, जेएनएन। कर्मचारी चयन आयोग की दिल्ली पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में फीरोजाबाद अग्निशमन विभाग के सिपाही सचिन कुमार को सॉल्वर बनाकर बैठाने वाला गिरोह का सरगना राहुल कुमार फीरोजाबाद के अपने घर से फरार हो गया। पुलिस ने गुरुवार रात वहां लाइनपार घर पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। स्वजन से पूछताछ में उसके दो मोबाइल नंबर मिले हैं। सर्विलांस टीम को लोकेशन ट्रेस करने के लिए लगाया गया है।
कल्याणपुर के परीक्षा केंद्र अनजिप टेक्नोलॉजी में बुधवार को हुई ऑनलाइन परीक्षा से पहले गेट पर चेकिंग के दौरान आधार कार्ड पर लगी फोटो का मिलान न होने पर अभ्यर्थी बनकर आए फीरोजाबाद अग्निशमन विभाग के सिपाही सचिन कुमार को पकड़ा गया था। इसके बाद सॉल्वर गैंग का राजफाश हुआ। सचिन की निशानदेही पर पुलिस ने पास ही एक कार में बैठे असली अभ्यर्थी मैनपुरी निवासी विवेक कुमार और उसके साथी फीरोजाबाद निवासी जितेंद्र यादव को भी दबोच लिया।
पूछताछ में सरगना के तौर पर फीरोजाबाद में लाइन पार थाना क्षेत्र गुदाऊ निवासी राहुल कुमार का नाम सामने आया था। पुलिस ने राहुल समेत चारों व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। सचिन, जितेंद्र व विवेक को जेल भेज दिया था। सीओ कल्याणपुर अशोक कुमार ने बताया कि उनकी फीरोजाबाद लाइन पार थाना प्रभारी जेएस अस्थाना से बात हुई। गुरुवार रात ही एक टीम राहुल को पकडऩे उसके घर पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला। सिपाही, अभ्यर्थी व बिचौलिए जितेंद्र की गिरफ्तारी की सूचना पाकर राहुल घर से फरार हो गया है। उसके स्वजन से पूछताछ कर संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है।
तीन दिन की छुट्टी लेकर सॉल्वर बनने आया था सचिन
सीओ ने बताया कि सिपाही सचिन मूलरूप से मथुरा का रहने वाला है और उसकी ड्यूटी श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर तैनात दमकल गाड़ी पर लगी थी। सॉल्वर बनने के लिए सचिन तीन दिन की छुट्टी लेकर आया था। पूर्व में भी वह इसी तरह कई और प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थी के स्थान पर शामिल हो चुका है। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को पूरी रिपोर्ट भेज दी गई है। इस आधार पर सिपाही को निलंबित किया गया है। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू हुई है।