हेड कांस्टेबिल ने मजदूर के साथ की ऐसी बर्बरता कि रोंगटे खड़े हो जाएं
भीतरगांव के चिलहटा गांव में हुई घटना पुलिस कर्मी का भाई गिरफ्तार।
कानपुर, जेएनएन। घाटमपुर के भीतरगांव चिलहटा में पुलिस के एक हेड कांस्टेबल ने मजबूर के साथ ऐसी बर्बरता की कि देखकर रोंगटे खड़े हो जाए। उसे भाई के साथ मिलकर घर पर मजदूरी करने वाले मानसिक अस्वस्थ युवक को खंभे में बांधकर डंडे से पीटा और करंट लगाकर तड़पाया। बाद में मरणासन्न हालत में हाथ पांव बांधकर उसे जंगल में फेंक आए। ग्र्रामीणों ने युवक को बंधन मुक्त करके पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने हेड कांस्टेबिल के भाई को गिरफ्तार कर लिया है।
चिलहटा गांव निवासी यादवेंद्र ङ्क्षसह उर्फ मुन्ना बांदा की बबेरू कोतवाली में हेड कांस्टेबल है। उसके भाई रूपेंद्र उर्फ लाला यादव का टोल प्लाजा के पास राजधानी नाम से ढाबाहै। वहां बिहार प्रदेश के दरभंगा जिला के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के गांव बरुआरा का रहने वाला 26 वर्षीय होरीलाल काम करता था। डेढ़ माह पहले लाला यादव होरी लाल को अपने साथ गांव ले आया था।
आरोप है कि वहां होरीलाल से बंधुआ मजदूरी कराता था। हाड़तोड़ काम लेने के बाद उसे केवल एक वक्त रोटी दी जाती थी। कुछ दिन पहले हेड कांस्टेबिल भी घर आए। होरीलाल के मुताबिक सोमवार दोपहर थकान होने पर जब उसने कुछ देर आराम करने के लिए इजाजत मांगी तो हेड कांस्टेबिल और उनके भाई लाला यादव ने उसे खंभे में बांधकर डंडों से पीटा। इसके बाद करंट लगा दिया। अचेत होने पर लाला यादव ने अपने चालक और तीन अन्य लोगों के साथ उसके हाथ पांव बांधकर बोलेरो से शाहपुर गांव स्थित जंगल में फेंक आए।
उधर से फसल काटकर लौट रहे ग्र्रामीणों ने देखा तो उसके बंधन खोलकर पुलिस को सूचना दी। होरी लाल के बयान के आधार पर पुलिस ने लाला यादव को हिरासत में ले लिया। होरीलाल का प्राथमिक उपचार कराया गया है। सीओ शैलेंद्र सिंह ने बताया कि बिरहर चौकी प्रभारी की तहरीर पर हेड कांस्टेबिल यादवेंद्र यादव, उसके भाई व बोलेरो में लादकर लाने वाले सभी लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास व बंधुआ मजदूरी की धाराओं में रिपोर्ट लिखाई जा रही है। लाला यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।