कानपुर के बर्रा पांच की गलियों में पुलिस ने की बैरिकेडिग

क्षेत्र में लगातार मिल रहे कोरोना संक्रमितों के कारण लिया गया निर्णय।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 01:53 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 01:53 AM (IST)
कानपुर के बर्रा पांच की गलियों में पुलिस ने की बैरिकेडिग
कानपुर के बर्रा पांच की गलियों में पुलिस ने की बैरिकेडिग

जेएनएन, कानपुर : पुलिस ने बर्रा पांच की सभी गलियों में बैरिकेडिग कर दी है। पार्षद दीपा द्विवेदी ने बताया कि बर्रा पांच में बी, सी और दी ब्लॉक हैं। हर ब्लॉक में 100 से ज्यादा घर हैं। हर दूसरे तीसरे घर में कोरोना पॉजिटिव के लक्षण वाले लोग हैं। इसके बाद भी क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बदस्तूर जारी है। इस वजह से पुलिस ने बर्रा पांच हनुमान मंदिर चौराहा में दोनों तरफ व बर्रा दो से पांच को आने वाले रास्ते में बैरिकेडिग कर दी है। इसी तरह बर्रा विश्वबैंक की कई गलियों में भी बैरिकेडिग की गई है। स्वाट टीम के पांच सदस्य क्वांरटाइन, कानपुर : कोरोना महामारी के समय ड्यूटी कर रहे अब तक कई पुलिस कर्मी भी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम भी शामिल है। टीम के आठ में से पांच सदस्य क्वारंटाइन होने से कई बड़े और चर्चित मामलों में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी है। शहर में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने पर क्राइम ब्रांच की टीम का नए सिरे से गठन हुआ है। क्राइम ब्रांच के पास आठ सदस्यीय स्वाट टीम है। इस समय क्राइम ब्रांच के एडीसीपी दीपक भूकर समेत टीम के पांच सदस्य क्वारंटाइन चल रहे हैं, जिसमें इंस्पेक्टर अमित तोमर, दारोगा आसिफ, कांस्टेबल अमित, भूपेंद्र दांगी, जितेंद्र शामिल हैं। सिर्फ तीन सदस्यों से काम चलाया जा रहा है। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल का कहना है कि टीम के कई सदस्य बीमार हैं, लेकिन किसी के न होने से काम नहीं रुकता है। मामलों की जांच चल रही है। जल्द ही कुछ नई तैनातियां भी की जाएंगी। कोरोना संक्रमित ने गलत नंबर फीड कराया, कानपुर: कोरोना संक्रमित मरीज का गलत नंबर फीड होने से झांसी के एक युवक के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है। अब वह जवाब देते थक चुका है। असल में रानी लक्ष्मीबाई रोड निवासी जियाउलहक नाम के एक कोरोना संक्रमित मरीज ने आरटीपीसीआर का सैंपल देते समय गलत मोबाइल नंबर लिखवा दिया। यह नंबर झांसी के दतिया गेट निवासी संजीव साहू का था। रिपोर्ट पॉजिटव आने के बाद अब संजीव के पास ही फोन जा रहे हैं। संजीव ने बताया कि छह मई से उनके पास दर्जनों फोन आ चुके हैं। वह यह बताते थक चुके हैं कि उन्हें संक्रमण नहीं हुआ है। सेंट्रल स्टेशन पर प्रवेश के लिए लेनी होगी अनुमति, कानपुर : सेंट्रल स्टेशन पर लगातार कर्मचारी संक्रमित हो रहे हैं। इसके साथ ही संक्रमण की तेज रफ्तार से शहर भी हलकान है। इसे देखते हुए सेंट्रल स्टेशन पर अब बिना अनुमति प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है। सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर सामान्य दिनों में यात्री लोड करीब एक लाख रहती थी। जो वर्तमान में घटकर 20 से 25 हजार प्रतिदिन हो गई है। कोविड संक्रमण को देखते हुए यह लोड भी संभालना मुश्किल है। इन सबके बीच कैंट साइड से सिटी साइड के लिए बड़ी संख्या में लोग आते हैं। सेंट्रल स्टेशन पर पार्सल आदि का सामान ढोने वाले मजदूर, यात्रियों को छोड़ने और ले जाने वाले स्वजन का भी हमेशा आना जाना होता है। इसे देखते हुए अधिकारियों ने जीआरपी, रेलवे मेल सर्विस, दस नंबर प्लेटफार्म से जाने वाले दो रास्तों को बंद कर दिया है। कैंट और सिटी साइड के मुख्य प्रवेश द्वार पर टिकट निरीक्षकों की टीम तैनात की गई है, जो यात्रियों के सिवाय अन्य किसी को प्रवेश नहीं देती। इसके लिए यात्रियों के पास यात्रा टिकट का होना जरूरी है।

पैदल पुल शुरू, प्लेटफार्म का रास्ता बंद : कैंट साइड में रहने वालों को आवागमन में होने वाली समस्याओं को देखते हुए रेलवे ने पैदल पुल शुरू कर दिया है, लेकिन इस पुल से होकर एक से नौ नंबर तक प्लेटफार्म पर आने के सभी रास्ते बैरीकेडिग लगाकर बंद कर दिए गए हैं। डिप्टी सीटीएम हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि गैरजरूरी प्रवेश को रोकने के लिए यह अस्थायी व्यवस्था की गई है। मुख्य द्वार को छोड़कर अन्य सभी प्रवेश द्वार बंद कराए गए हैं। यात्री यात्रा टिकट और कर्मचारी पहचान पत्र पर आ जा सकेंगे।

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