बस अड्डे से पकड़े चार शातिर ठग, शिकार फंसाने का तरीका सुनकर हो जाएंगे हैरान
बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर शिकार फंसाकर ठगी करने के बाद शातिर गिरोह फरार हो जाता था पकड़े गए गिरोह के चारों सदस्य गोंडा के रहने वाले हैं और हर शहर में घूमकर वारदात को अंजाम देते थे।
कानपुर, जेएनएन। बस अड्डे और भीड़-भाड़ वाली जगह पर शिकार फंसाकर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने शहीद मेजर सलमान खान अंतरराज्यीय झकरकटी बस अड्डे से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। शातिर ठग बड़ी चालाकी से शिकार से रुपये एंठते थे और चंपत हो जाते थे। पूछताछ में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगीं हैं और ठगी का तरीका सुनकर पुलिस कर्मी भी हैरान रह गए।
गोंडा के रहने वाले हैं ठग
बस अड्डे की भीड़ में ठगी करने वालों की सूचना पर पुलिस ने जाल बिछाया था। मंगलवार को पुलिस ने बस अड्डे से गोंडा निवासी ग्राम पूरे तिवारी निवासी कलीम अहमद, बाबू उर्फ ताज मोहम्मद, बहलोलपुर गोंडा निवासी केवले, पूरे पंडित धानेपुर गोंडा निवासी शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए शातिरों में कलीम गिरोह का सरगना है और कई वर्षों से भीड़ भाड़ वाली जगह ठगी करता आ रहा है। उनके पास 13 नकली सोने के बिस्किट, तीन मोबाइल फोन और नकदी मिली है।
इस तरह फंसाते थे शिकार
कलीम ने बताया कि बस अड्डे और स्टेशन पर गिरोह घटनाओं को अंजाम देता था। वह भीड़ में सोने का बिस्किट गिरने का शोर मचाता था तो भीड़ एकत्र हो जाती थी। उसी भीड़ में लोग बिस्किट ढूंढ़ने में मदद करने लगते थे, इस बीच कुछ देर में उसके साथी बिस्कुट मिल जाने की बात कहते और उसे दे देते थे। इसके बाद भीड़ में शिकार भांप लेता था और फिर उससे परिवार में बीमारी आदि का बहाना बताकर बिस्किट बेचने का नाटक करते थे। इस बीच मे यात्रियों का ध्यान आकर्षित होता था और एक दो शिकार फंस जाते थे। वह उसे अधिकतम छह हजार रुपये तक में एक बिस्किट बेचे देते थे। इसके बाद वह जगह छोड़कर भाग जाते थे और दूसरी जगह वारदात को अंजाम देते थे।