पुलिस ने नामचीन कंपनियों का नकली गुटखा बनाने की फैक्ट्री पकड़ी

क्राइम ब्रांच और गोविद नगर थाने की संयुक्त टीम ने महादेव नगर स्थित एक मकान मे मारा छापा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 May 2021 02:00 AM (IST) Updated:Thu, 27 May 2021 02:00 AM (IST)
पुलिस ने नामचीन कंपनियों का नकली गुटखा बनाने की फैक्ट्री पकड़ी
पुलिस ने नामचीन कंपनियों का नकली गुटखा बनाने की फैक्ट्री पकड़ी

जासं, कानपुर : क्राइम ब्रांच और गोविद नगर थाने की संयुक्त टीम ने महादेव नगर स्थित एक मकान में छापेमारी करके नामचीन कंपनी के नाम पर नकली पान मसाला बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में विभिन्न कंपनियों का कच्चा और तैयार माल, पैकिग रैपर, पैकिग मशीन समेत 50 लाख का माल जब्त किया है। डीसीपी क्राइम ब्रांच सलमान ताज पाटिल ने बताया कि काफी समय से गोविद नगर के रतनलाल नगर में नकली मसाला बनाने की फैक्ट्री संचालित होने की सूचना मिल रही थी। इस पर टीम ने गोविद नगर पुलिस के साथ महादेव नगर निवासी अनुज मिश्र के मकान में छापेमारी करके फैक्ट्री चलती पकड़ी। छानबीन में सामने आया कि गौसगंज, त्रिपाठी मोहल्ला मूसा नगर कानपुर देहात निवासी गोरेलाल उर्फ रामचंद्र फैक्ट्री चला रहे थे। मौके से मछरिया राजीव विहार निवासी रिकू सविता और मछरिया रोड निवासी विमल प्रजापति को गिरफ्तार किया गया है। इसमें मकान मालिक के संलिप्तता की भी जानकारी मिली है। मौके से चार बोरी विभिन्न कंपनियों के रैपर रोल, 25 बोरी में अलग-अलग ब्रांड का नकली मसाला बनाने की सामग्री व कच्ची सुपारी, चार केन (200 लीटर) केमिकल कंपाउंड, एक पैकिग मशीन, 10 किलो पैकिग में इस्तेमाल होने वाली पन्नी मिली है। पकड़े गए माल की कीमत 50 लाख रुपये के लगभग बताई जा रही है। सभी आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, कॉपी राइट एक्ट, महामारी अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

कम लागत में ज्यादा मुनाफा

कोरोना क‌र्फ्यू काल में पान मसाला और गुटखा निर्धारित से अधिक दाम पर बिक रहा है। विभिन्न ब्रांड का नकली मसाला तैयार करने में लागत कम आती है। कोरोना क‌र्फ्यू काल में डिमांड बढ़ने पर ऊंचे दामों में बिक्री करके अधिक मुनाफा कमा रहे थे। शातिरों से पूछताछ में सामने आया था कि शहर की घनी आबादी वाली बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में लोग जल्दी फर्क नहीं समझ पाते थे। इसलिए ऐसे ही स्थानों पर माल की सप्लाई दी जाती थी।

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