हमीरपुर: दुष्कर्म के आरोपित ने जेल में फंदा लगाकर दी जान, लापरवाही पर एसआइ समेत दो निलंबित

कोतवाली में एक सप्ताह से पुलिस हिरासत में दुष्कर्म के आरोपित 22 वर्षीय संजय पुत्र बिंदा उर्फ भोला निवासी ग्राम घंडुवा थाना खन्ना जिला महोबा ने मंगलवार रात लगभग करीब एक बजे हवालात में लगी जाली में अपनी शर्ट बांधकर फांसी लगा ली।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 06:55 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 06:55 PM (IST)
हमीरपुर: दुष्कर्म के आरोपित ने जेल में फंदा लगाकर दी जान, लापरवाही पर एसआइ समेत दो निलंबित
दुष्कर्म का दिवंगत आरोपित संजय। फाइल फाेटो।

हमीरपुर, जेएनएन। किशोरी के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में हिरासत में लिए गए आरोपित ने कोतवाली की हवालात में मंगलवार रात फंदा लगाकर जान दे दी। एसपी कमलेश दीक्षित ने लापरवाही बरतने के आरोप में दारोगा समेत तीन को निलंबित कर जांच एएसपी को सौंपी है। 

यह है पूरा मामला: महोबा के थाना खन्ना अंतर्गत ग्राम घंडुवा निवासी बिंदा की बेटी मौदहा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में ब्याही है। उनका 22 वर्षीय पुत्र संजय छह अप्रैल को उसी गांव की 16 वर्षीय किशोरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। इसकी शिकायत किशोरी के स्वजन ने कोतवाली में की थी। इस पर पुलिस ने सात अप्र्रैल को संजय को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, उसे किशोरी को ले जाने का आरोपित नहीं मानते हुए शांतिभंग की आशंका में चालान कर इतिश्री कर ली थी। पीडि़त परिवार लगातार पुलिस अधिकारियों की चौखट में चक्कर काटता रहा। इसके बाद स्वजन की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने 23 जुलाई को आरोपित संजय व किशोरी को नोएडा से बरामद कर लिया।  पुलिस के मुताबिक, 24 व 25 को कोर्ट बंद होने से कोई कार्रवाई नहीं हुई। 26 जुलाई को कागजी कार्रवाई पूरी करने में दिन गुजर गया। इसके बाद किशोरी को मंगलवार 27 जुलाई को कोर्ट में पेश कर बयान दर्ज कराए गए। साथ ही सात अप्रैल को लिखे गए शांति भंग के मामले में अपहरण, दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट की धाराएं बढ़ाते हुए किशोरी को स्वजन के हवाले कर आरोपित को हवालात में डाल दिया। रात करीब एक बजे हवालात की जाली में अपनी शर्ट बांधकर संजय ने फंदा लगा लिया। थोड़ी ही देर में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की नजर पड़ी तो उसे उतारकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मौदहा ले गए, जहां चिकित्सक रजत रंजन तिवारी ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस वहां से जिला अस्पताल के लिए निकली, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। एसडीएम राजेश चौरसिया भी पहुंचे।

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