रविवार से सांसद, विधायक सबको सुननी होगी मन की बात, प्रत्येक बूथ पर तय करना होगा निश्चित स्थान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबाेधन मन की बात को सभी जनप्रतिनिधियों और पदाधकारियों को सुनना प्रदेश संगठन ने अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए प्रत्येक बूथ पर एक तय जगह पर लोगों को एकत्र करके संबोधन साथ ही सुनना है।
कानपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को प्रसारित होने वाली मन की बात इस रविवार से भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पदाधिकारियों, सांसद और विधायकों सभी को सुननी होगी। पार्टी नेतृत्व ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं। मन की बात सुनने के लिए सभी को अपने बूथ क्षेत्र में ही कोई स्थान तलाशना होगा या अपने घर पर ही कुछ लोगों को एकजुट कर सुनना होगा।
विधानसभा चुनाव में एक वर्ष बाकी है। पार्टी ने पाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात जिसमें देश का विकास कैसे करना है, कैसे आगे बढ़ना है और देश में कुछ खास लोग जो कम संसाधनों के बाद भी आगे बढ़ रहे हैं, उनकी बात रहती है, उससे पार्टी के ही कई जनप्रतिनिधि, नेता, कार्यकर्ता नहीं सुन रहे हैं। इसे देखते हुए पार्टी ने निर्देश दे दिया है कि 31 जनवरी को रविवार पड़ेगा और उस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात को हर सांसद, विधायक, पदाधिकारी और कार्यकर्ता को सुननी है।
यह आयोजन बूथ स्तर पर होगा। जो जिस बूथ का निवासी है, उसे अपने घर में ही या घर के आसपास सार्वजनिक स्थल पर कुछ लोगों के साथ इसे सुनना होगा। इससे पार्टी के हर स्तर पर लोगों को यह जानकारी रहेगी कि प्रधानमंत्री किस बात को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, इसके साथ ही आम जनता को भी इससे जोड़ने का मौका मिलेगा। हालांकि इसके साथ ही पार्टी सांसद और विधायकों को यह संदेश भी देना चाह रही है कि वे चाहे सांसद, विधायक बन गए हों लेकिन पार्टी की नीतियों से ऊपर नहीं हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील बजाज के मुताबिक रविवार को मन की बात सभी को सुननी है, इसके लिए सभी अपने स्तर पर तैयारियां कर रहे हैं।