स्ट्रीट वेंडरों को लोन देने में कानपुर नगर और देहात फिसड्डी, ऋण देने के लिए बैंकों में लगेगा मेला
दस हजार रुपये ऋण आठ फीसद वार्षिक ब्याज की दर पर दिया जाता है। लोन सीधे बैंकों से मिलता है उनकी सूची नगरीय विकास अभिकरण की ओर से भेजी जाती है लेकिन बैंक खास रुचि नही ले रहे हैं। इससे दिक्कत आ रही है।
कानपुर, जेएनएन। सैलून संचालक, सड़क किनारे ठेला, रेहड़ी- पटरी पर दुकान चलाने वाले, मोची, पान विक्रेताओं को अपनी दुकान में उत्पाद भरने के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत ऋण दिया जाता है। नगर निगम और नगरीय विकास अभिकरण मिलकर इस योजना के तहत लाभार्थियों को 10 हजार रुपये ऋण दिलाते हैं। हालांकि योजना में कानपुर मंडल में कानपुर नगर और देहात जिला फिसड्डी है। इस समस्या के समाधान के लिए ही अब प्रधानमंत्री ने संकल्प से सिद्धि तक अभियान शुरू किया है और बैंकों में ऋण वितरण मेले के आयोजन का निर्देश दिया है । 10 और 11 अगस्त को मेला आयोजित किया जाएगा।
ये दस हजार रुपये ऋण आठ फीसद वार्षिक ब्याज की दर पर दिया जाता है। लोन सीधे बैंकों से मिलता है, उनकी सूची नगरीय विकास अभिकरण की ओर से भेजी जाती है, लेकिन बैंक खास रुचि नही ले रहे हैं। इससे दिक्कत आ रही है। पिछले दिनों मंडलायुक्त डा. राजशेखर के समक्ष भी यह मुद्दा उठा था तो उन्होंने नाराजगी जताई और तेजी से ऋण बांटने को कहा। अगर कानपुर नगर जिले की बात करें तो यहां 70545 लोगों का पंजीकरण हुआ है पर मात्र 52 हजार 70 लोग ही ऋण पा सकें हैं जबकि 68239 लोगों के आवेदन को स्वीकृत किया जा चुका है। ऐसी ही स्थिति कानपुर देहात की भी है। यहां भी 3261 लोगों में सिर्फ 2172 लोगों को ही योजना का लाभ दिया गया है। ऋण वितरण में कन्नौज और फर्रुखाबाद ने बाजी मारी है यहां जितने लोग पंजीकृत थे उनसे ज्यादा को ऋण दे दिया गया है।
जिला लक्ष्य ऋण दिया
कन्नौज 4852 4998
फर्रुखाबाद 6444 7076
इटावा 5999 5066
औरैया 3917 2822
कानपुर देहात 3261 2172
कानपुर नगर 70545 68239
इनका ये है कहना:
तेजी से ऋण वितरण के लिए कहा है। जहां भी लापरवाही होगी उसके लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। - डा. राजशेखर , मंडलायुक्त