पेड़-पौधों के लिए बनी वाटर एंबुलेंस से धोई जा रही प्लेट

जासं कानपुर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) की ओर से पर्यावरण संर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 01:41 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 01:41 AM (IST)
पेड़-पौधों के लिए बनी वाटर एंबुलेंस से धोई जा रही प्लेट
पेड़-पौधों के लिए बनी वाटर एंबुलेंस से धोई जा रही प्लेट

जासं, कानपुर : चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) की ओर से पर्यावरण संरक्षण की अपील की जा रही है। पिछले महीने पेंटिग, स्लोगन और फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से कई जागरूकता कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की गई है, लेकिन वहां के कुछ कर्मचारियों के चलते सारी योजनाएं धराशाई हो रही हैं। इसकी बानगी सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर में नजर आई। यहां वाटर एंबुलेंस से शादी समारोह में जूठी प्लेटें धोई जा रही थी, जबकि इसको विशेषतौर पर विश्वविद्यालय परिसर और उसके फार्म हाउस में लगे पेड़-पौधों की सिचाई के लिए तैयार किया गया था। कुलपति डॉ. डीआर सिंह ने वाटर एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। सीएसए में पर्यावरण कार्यक्रमों के आयोजन के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी डॉ. वाइके सिंह ने बताया कि वाटर एंबुलेंस केवल पौधों को पानी देने के लिए है। मामले की जानकारी कुलपति और अन्य अधिकारियों को दी जाएगी।

सीएसजेएमयू के खर्चों में की जाएगी कटौती : जासं, कानपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कई विभागों में दाखिले प्रभावित हुए हैं। कई विभाग की सीटें भर नहीं पाई हैं, जबकि पिछले चार साल में करीब 700 कॉलेजों की संबद्धता समाप्त हो गई है। ऐसे में विश्वविद्यालय की आय के स्त्रोत प्रभावित हुए हैं। इसके चलते अब अतिरिक्त खर्चों की कटौती करने की तैयारी की जा रही है। कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने विभागाध्यक्षों से आय और व्यय का ब्योरा मांगा है। खर्चों में कटौती करने की बात कुछ दिन पहले हुई कार्यपरिषद की बैठक में भी उठाई गई थी। वित्त अधिकारी प्रो. संजय स्वर्णकार ने बताया कि छात्रों की कम संख्या की वजह से आय के स्त्रोत में कमी आई है।

chat bot
आपका साथी