मटर दाल के दाम में उछाल, उड़द और मूंग धड़ाम
मटर दाल के दाम पिछले एक माह में उछले हैं जबकि उड़द और मूंग में गिरावट आई है। वहीं अरहर की दरों पर कोई असर नहीं पड़ा है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कोरोना संक्रमण के साथ सहालग और बाजार में मांग नहीं होने के बाद भी मटर दाल के दाम पिछले एक माह में उछले हैं, जबकि उड़द और मूंग में गिरावट आई है। वहीं, अरहर की दरों पर कोई असर नहीं पड़ा है।
मटर के आयात पर प्रतिबंध होने के कारण मटर दाल के भाव वर्तमान में तेजी से बढ़ रहे हैं। जुलाई के मध्य में थोक बाजार में 52 रुपये प्रतिकिलो की दर पर बिकने वाली मटर दाल 13 रुपये बढ़कर अब 65 रुपये के आंकड़े पर पहुंच गई है। मटर की आवक मार्च से शुरू होती है, जिससे अभी भाव में कमी आने की उम्मीद भी नहीं है। दूसरी ओर हरी उड़द की दाल की दरों में काफी कमी आई है। पिछले माह हरी उड़द 130 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रही थी, लेकिन दाल मिल मालिकों को आयात का परमिट जारी होने से उड़द की दाल की कीमतें तेजी से गिरी हैं। हरी उड़द की दाल इस समय थोक बाजार में 105 रुपये किलो के करीब है। मूंग की दाल में अच्छे उत्पादन का प्रभाव नजर आ रहा है। एक माह पहले 80 रुपये किलो बिक रही मूंग दाल इस समय 10 रुपये टूट चुकी है। उधर, अरहर दाल काफी समय से 80 से 85 रुपये प्रतिकिलो में ही बिक रही है।
मटर दाल पर आयात बंद होने का असर है। बुंदेलखंड में ही मटर दाल की पैदावार ज्यादा होने के साथ देश भर में आपूर्ति होती है। इसलिए मटर दाल के स्टॉक में कमी से दाम बढ़े हैं। उड़द में 4.5 लाख टन आयात का परमिट जारी होने का असर पड़ा है।
-मिथलेश गुप्ता, अध्यक्ष, कानपुर दाल मिलर्स एसोसिएशन।