ई-रिक्शा और टेंपो के सहारे रहे मरीज
सरकारी एंबुलेंस चालकों के हड़ताल का रहा असर।
केस एक : चौबेपुर के मरखरा गांव के बाबू लाल चलने-फिरन में असमर्थ थे। उन्हें एंबुलेंस मिली नहीं, ऐसे में गांव के ही टेंपो चालक विनय उन्हें एलएलआर अस्पताल लेकर आए। उनके स्वजन ने बताया कि प्राइवेट एंबुलेंस वाले मनमाना किराया वसूल रहे हैं। इसलिए टेंपों से मरीज को लेकर यहां आना पड़ा।
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केस दो : बर्रा के मुकेश सड़क हादसे में घायल हो गए। क्षेत्रीय लोगों ने एंबुलेंस के लिए 108 पर फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर उनके स्वजन ने स्थानीय डाक्टर को दिखाया। जब हालात बिगड़ने लगे तो मुकेश को टेंपो से एलएलआर अस्पताल लेकर आए।
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केस तीन : उर्सला अस्पताल में इलाज के लिए मरियम उन्नाव से आईं थीं। उनके परिजन ने बताया कि सोमवार को एंबुलेंस की हड़ताल से परेशान रहे। दिनभर फोन मिलाने पर भी कोई एंबुलेंस नहीं मिली। ऐसे में ई-रिक्शा से लेकर आए हैं। उन्हें दर्द सहन करना पड़ा। मरियम को पिछले कई दिनों से चलने-फिरने में दिक्कत हो रही थी।
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जागरण संवाददाता, कानपुर : सरकारी एंबुलेंस सेवा के ठप होने से मरीजों की दुश्वारी बढ़ गई है। मंगलवार को दूसरे दिन भी एंबुलेंस सेवा उपलब्ध न होने पर मरीजों का सहारा ई-रिक्शा, टेंपो, बाइक एवं रिक्शा ही बने। एलएलआर अस्पताल व उर्सला अस्तपाल की इमरजेंसी के मरीज किसी तरह इलाज के लिए पहुंचे। अस्पताल से वापस जाने के लिए मरीजों के तीमारदार घंटों निजी साधनों के लिए भटकते रहे। बिजली चोरी रोकने तथा राजस्व वसूली का काम नहीं करेंगे, कानपुर : गोविदनगर में नौ घंटे बिजली गुल रहने पर निलंबित किए गए अवर अभियंता व सहायक अभियंता की बहाली के लिए राज्य विद्युत जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने आंदोलन शुरू कर दिया है। निलंबन वापस न होने तक बिजली चोरी रोकने तथा राजस्व वसूली का काम न करने का निर्णय लिया गया है। मंगलवार को केस्को मुख्यालय पर संगठन के सदस्यों ने प्रदर्शन किया। शुक्रवार को लापरवाही के चलते गोविदनगर में बिजली उपभोक्ताओं को नौ घंटे बिना बिजली के रहना पड़ा था। लापरवाही पर केस्को एमडी ने अवर अभियंता व सहायक अभियंता को निलंबित कर दिया है। दोनों निलंबित अभियंताओं के साथ पराग डेयरी डिवीजन के अधिशासी अभियंता के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पूरे प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी है। निलंबित अभियंताओं के समर्थन में राज्य विद्युत जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने केस्को प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन शुरु कर दिया है। संगठन का आरोप है कि पेड़ों की छटाई न कराने पर लापरवाही अधीक्षण अभियंता की है, जबकि निलंबन अवर अभियंता व सहायक अभियंता का कर दिया गया है। निलंबन वापस न होने तक बिजली चोरी रोकने तथा राजस्व वसूली का काम न करने का निर्णय लिया गया है। मंगलवार को केस्को मुख्यालय पर संगठन के सदस्यों ने प्रदर्शन किया। शुक्रवार को लापरवाही के चलते गोविदनगर में बिजली उपभोक्ताओं को नौ घंटे बिना बिजली के रहना पड़ा था। केस्को मुख्यालय पर हुए प्रदर्शन के दौरान संगठन के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार अग्रवाल, महासचिव सतीश चंद्र, जेपी वाष्र्णेय, रमेश चंद्र गौतम, राजेंद्र कुमार आदि रहे।