Panchayat Chunav Kanpur: वोटरों की प्रत्याशियों से मांग, अबकी बार चाहि चौड़ी रोड आैर गांव की बाजार

कानपुर जिले में पंचायत चुनाव अब अपने चरम पर है और मतदाताओं की चौखट पर वोट मांगने के लिए प्रत्याशियों की कतार लगी है। वोटर भी प्रत्याशियों के सामने गांव के विकास की मांग करके वादा ले रहे हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 09:45 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 09:45 AM (IST)
Panchayat Chunav Kanpur: वोटरों की प्रत्याशियों से मांग, अबकी बार चाहि चौड़ी रोड आैर गांव की बाजार
कानपुर जिले में चरम पर है पंचायत चुनाव की सरगर्मी।

कानपुर, [अंशुल शर्मा, घाटमपुर]। कानपुर ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। गांव की गलियों में चुनाव की चर्चा आम बात है। 15 अप्रैल को प्रधान, सदस्य, बीडीसी व जिला पंचायत के वोट डाले जाएंगे। ऐसे में पतारा विकासखंड के जिला पंचायत सीट गिरसी की नब्ज टटोलने निकले तो अधिकतर ग्रामीण चौपाल लगाए विकास के मुद्दे पर बात कहते नजर आए। बोले कि रठिगांव से घाटमपुर तक की लिंक रोड को चौड़ी व गांव के बाजार का विकास करी वोट हन ओही का देव।

जिला पंचायत सदस्य सीट गिरसी इस बार अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित की गई है, जिसमें भाजपा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय कमल रानी वरुण की बेटी स्वप्निल वरुण को मैदान में उतारा है। सपा से सुमन संखवार पत्नी पूर्व फौजी भारत भूषण, बसपा से सुमन संखवार पत्नी वीरेंद्र संखवार हैं। वहीं निर्दलीय उम्मीदवारों में आरती देवी, सुमन देवी भी प्रमुख हैं।

गिरसी सीट में पतारा क्षेत्र का बारादौलतपुर, मझैला, दहेली, स्योढ़ारी, कुंवरपुर बलाहापारा लमेत लगभग 48 ग्राम पंचायतें आती हैं। पतारा ब्लॉक से 16 किमी चलने के बाद बारादौलपुर गांव मिला जहां पर एक पेड़ के नीचे चबूतरे पर कुछ ग्रामीण चर्चा करते मिले। उनकी चौपाल में शामिल हुए तो ग्रामीणों ने विकास के मुद्दे पर ही वोट देने की बात कही। गांव के करोड़ी लाल सोनकर ने अपनी बात रखते हुए बताया कि गांव में रठिगांव से घाटमपुर की ङ्क्षलक रोड जो बनवई हम लोग ओही का वोट डलबे तभी चौपाल में शामिल आशीष कुमार पांडे ने इससे इतर अपनी बात कही कि हमरे गांव के किनारे जूनियर हाईस्कूल के सामने जिला पंचायत की जमीन खाली पड़ी है। अगर ओखा सफाई कराकै होमहा गांव की बाजार लगै लागै तो हम लौगन का अराम हुई जई जो प्रत्याशी ई काम मा ध्यान देई हम ओही का वोट देबे।

तभी संजय सोनकर ने कहा कि गांव में बरातशाला भी होए का चाही। अगर गांव में बरातशाला बन जई तो गांव के आसपास के लौगन का आराम रही। गंगाराम बोले, हमरै गांव मा एकौ पानी की टंकी नाहीं है जो बनवई हम ओखा वोट देबे। उसके बाद तीन किलोमीटर चलने के बाद स्योढ़ारी गांव मिला यहां पर भी ग्रामीणों से चुनाव को लेकर चर्चा की गई। प्रमोद कुमार ने बताया कि गांव में रोजगार व पानी की समस्या को जो उम्मीदवार दूर करी हम ओही का वोट डलबे। इसके बाद तेजपुर, तिलसड़ा, बलहापारा नंदना गांव के ग्रामीणों ने भी विकास के मुद्दे पर ही वोट डालने की बात कही।

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