Panchayat Chunav Kanpur: हिन तौ तुम सबपे भारी हौ, बस हमका न भूलेव, जिला पंचायत क्षेत्र मुस्ता में विकास का मुद्दा दिखा भारी

अब गांवों में पंचायत चुनाव की चर्चा चरम पर पहुंच गई है इन सबके बीच प्रत्याशी भी मतदाताओं से आशीर्वाद लेने में जुट गए हैं। राजनीतक दलों ने दिग्गज नेताओं को प्रत्याशी के लिए समर्थन बटोरने के लिए मैदान में उतार दिया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 11:55 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 11:55 AM (IST)
Panchayat Chunav Kanpur: हिन तौ तुम सबपे भारी हौ, बस हमका न भूलेव, जिला पंचायत क्षेत्र मुस्ता में विकास का मुद्दा दिखा भारी
पंचायत चुनाव की गांवों में चौपाल चर्चा।

कानपुर[नरेश पांडेय, चौबेपुर]। जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव सभी की नाक का सवाल बना है। भाजपा ने जहां अपने सांसदों और विधायकों को प्रचार के लिए मैदान में उतार दिया है वहीं बसपा और सपा भी पीछे नहीं हैं। पार्टी के पूर्व विधायकों ने भी पूरी ताकत झोंक दी है, ताकि विधानसभा चुनाव से पहले हो रहे इस चुनाव में ज्यादा से ज्यादा जिला पंचायत सदस्य जिताकर ताकत का अहसास कराया जा सके। गांवों में जिला पंचायत के चुनाव का मिजाज भांपने के लिए हमारी इलेक्शन बाइक पहुंची शनिवार को जिला पंचायत क्षेत्र मुस्ता में। रास्ते में कई उम्मीदार प्रचार करते मिले। इन्हें मतदाता भी आशीर्वाद देते नजर आए।

मुस्ता जिला पंचायत क्षेत्र से भाजपा से सोनू कटियार, सपा से कार्तिकेय शुक्ला, बसपा से सुरेंद्र दीक्षित तथा निर्दलीय शिवशंकर पाल, श्रीकांत मिश्रा व प्रकाश अग्निहोत्री सहित 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। हम चौबेपुर कस्बा होते हुए सीधे निसोन गांव पहुंचे। यहां पर एक आटा चक्की के बाहर कुछ लोग बैठे मिले। उनसे हम कुछ बात करते तभी तभी एक प्रत्याशी कार से उतरते ही लपककर आशीर्वाद लेने आगे बढ़े। प्रत्याशी की जुबां से कोई शब्द निकलता इससे पहले ही रामू व शिवशंकर उन्हे जीत का आश्वासन देने लगे। पास खड़े विनोद राजपूत ने कहा हिन तौ तुम सबपे भारी हौ, बस हमका न भूलेव। इतना सुनते ही प्रत्याशी मुस्कराते हुए हाथ जोड़कर आगे बढ़ गए। अब हम भी आगे बढ़े तभी सड़क किनारे पशुओं को लेकर जा रहे दो ग्रामीणों से हमारी दुआ सलाम हुई। हमने भी चुनाव का हाल पूछ लिया। तभी राजकिशोर ने कहा भइया हम तो उम्मीदवार नहीं जानते वोट तो मोदी के नाम पर देंगे। उनकी हां में हां रमेश ने भी मिलाया और बोले वोट तो दे देंगे, लेकिन कोई काम नहीं करता। यहां से हम संभलपुर गांव पहुंचे।

यहां सड़क के किनारे नीरज पाल की चाय दुकान पर कुछ लोग ऊंची आवाज में चुनाव पर चर्चा कर रहे थे। संभलपुर के संजय ने कहा कि जब प्रत्याशी पढ़ा लिखा न होई तौ काम का कराई। खुशीलाल ने कहा विकास कौन कराता है भइया। यहीं बैठे प्रधानपुर के कमलेश यादव ने कहा कि सब प्रत्याशी वोट के लिए वादे कर रहे हैं, लेकिन चुनाव बाद कोई नहीं दिखेगा। उनकी बात पर नीरज ने भी हामी भर दी। कुछ आगे बढऩे पर गुरैनी गांव के पास पेड़ के नीचे लगी चौपाल में बसपा व सपा के प्रत्याशी के समर्थन को लेकर बहस छिड़ी थी।

हिंदूपुर के रामशंकर, दरियापुर के राजू व रतनपुर के मलखान तथा गुरैनी के गोलू यादव ने कहा भाई वोट का पैमाना तो विकास है। वैसे भी हमारे पड़ोस के एक नेता जी मैदान में हैं। उन्हें ही वोट देंगे। हम मनोह गांव पहुंचे तो वहां राजेश तिवारी शिक्षित प्रत्याशी को जिताने का तर्क देते मिले। उनके बगल में बैठे विनीत ने कहा कि परेशानी मा पार्टी नाही अपनै काम आवत है जो हमै पहिचानै वो अपन। दोपहर की धूप कुछ कम हो चुकी है अब आगे बढ़ते हुए हम पहुंचते है नयापुरवा गांव में।

गांव में एक ही बिरादरी के सर्वाधिक मतदाता हैं लेकिन जातिवाद से अलग हटकर यहां के लोग विकासवाद का मुद्दा आगे रखे हैं। गांव के रामप्रसाद वर्मा ने कहा कि वोट देते समय उम्मीदवार की शिक्षा, उसका व्यवहार और छवि देेखेंगे। वहीं मिले पप्पू वर्मा व छोटे पाल ने कहा कि परधानी की बात अलग है। यह चुनाव व्यक्ति विशेष और उसके व्यवहार पर हो रहा हैं। यहां से होते हुए मुस्ता गांव मिलता है। आशीष ङ्क्षसह के दरवाजे पर कुछ लोग बैठे मिले। यहां रुकने पर जब चुनाव का माहौल जाना तो गांव के कुंवरपाल ङ्क्षसह के मन में नेताओं को लेकर कुछ गुस्सा भी दिखा। बोले जीतने के बाद तो कोई आता ही नहीं। वोट मांगने सभी आते हैं। सत्येंद्र ङ्क्षसह ने कहा कि चुनाव के बाद सभी भूल जाते है। विकास कार्य तो सरकार करा रही हैं। हम शिक्षित प्रत्याशी को ही वोट देगे।

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