भैया से बोल देना घर पर अम्मी का ख्याल रखें.., पाकिस्तान में गिरफ्तार बांदा के तीन मछुआरों का आया संदेश

बांदा के तिंदवारी ब्लाक के जसईपुर और धौसंड गांव के तीन मछुआरों को गुजरात के पोरबंदर से समुद्र में पाक सीमा में घुसने पर गिरफ्तार कर लिया गया है। जिले के छह और महोबा से एक मछुआरा पाक जेल में बंद है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 08:56 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 08:56 AM (IST)
भैया से बोल देना घर पर अम्मी का ख्याल रखें.., पाकिस्तान में गिरफ्तार बांदा के तीन मछुआरों का आया संदेश
मछ़ुआरों के पकड़े जाने से घर पर स्वजन दुखी।

बांदा, [देवेंद्र श्रीवास्तव]। जिले के धौसड़ गांव के चांद बाबू, लक्ष्मण और जसईपुर के शैलेंद्र कुमार को मछलियां पकड़ते समय पाकिस्तान सीमा में पहुंचने पर गिरफ्तार कर लिया गया है। तीनों गुजरात के पोरबंदर से समुद्र में उतरने के बाद नाव से मछलियां पकड़ते-पकड़ते पाक सीमा में पहुंच गए। पाकिस्तान जेल में पहुंचे तीनों युवकों के स्वजन बेहद चिंता में हैं और दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हालांकि चांद बाबू ने मोबाइल पर संदेश भेजकर खैरियत में होने और भैया से अम्मी का ख्याल रखने की बात कही है। जिले के छह और महोबा के एक समेत सात मछुआरे पहले से पाकिस्तान जेल में बंद हैं। वहीं, नरैनी तहसील के पचोखर के रामबहादुर पाक जेल से रिहा होकर गांव लौटे हैं। वह भी मछलियां पकडऩे के दौरान ही पाक सीमा में चले गए थे।

चांद बाबू, लक्ष्मण व शैलेंद्र 26 जुलाई को गुजरात के ओखा गए थे। ठेकेदार बांदा से मछली पकडऩे के लिए कामगारों को बुलाते हैं। भाई मजीद ने बताया, 26 सितंबर को नाविक कुशा के साथ छह लोग मछली पकडऩे पोरबंदर से समुद्र में उतरे थे। अगले दिन पाकिस्तानी सैनिकों ने सभी छह लोगों को सीमा में प्रवेश करने के आरोप में पकड़ लिया। वो भाई की खैरियत जानने व खुद काम की तलाश में गए थे, तब उसे ओखा में सेठ (ठेकेदार) ने बताया कि सभी लोग पाक जेल में हैं।

मछुआरों के स्वजन को गुजरात सरकार देती प्रतिमाह 12 हजार

मजीद के मुताबिक, सेठ ने चांद बाबू का चरित्र व आवासीय प्रमाण पत्र, मां की बैंक की पासबुक की फोटोकापी मंगवाई है, जिसे लेकर वह जल्द ही जाएंगे। गुजरात सरकार पाकिस्तान जेल में बंद मछुआरों के परिवार को 12 हजार रुपये प्रतिमाह की मदद देती है। कुछ कागज फैक्स भी किए हैं, जो विदेश मंत्रालय भेजे जाएंगे। इसके बाद उसके भाई और अन्य को छुड़वाने की प्रक्रिया शुरू होगी। दो अक्टूबर को गुजरात के ओखा से लौटे मजीद ने बताया कि नाव में सभी मछुआरे खलासी का काम करते हैं।

कमाने गए थे गुजरात, टूटा दुख का पहाड़ : लक्ष्मण के पिता जागेश्वर ने बताया कि बेटे की कमाई से परिवार चलता था। चांद बाबू की मां बशीरन ने कहा कि जल्द उनके बेटे को रिहा कराएं। सभी गुजरात में कमाने गए थे। अब परिवारों पर दुख का पहाड़ टूटा है। 15 दिन से सभी पाक जेल में बंद हैं।

मोबाइल नंबर से ये आए संदेश

पहला संदेश : इस नंबर पर दानिश शाम को बात कर लेना, अपने ही भाई हैं ये।

दूसरा संदेश : दानिश मैं मामू चांद बाबू बोल रहा हूं। अम्मी से और अब्बू से सबसे बोल देना, मैं खैरियत से हूं। भैया से बोल देना घर पर अम्मी का ख्याल रखें, असलाम वालेकुम।

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