दुर्गापुर से 80 टन ऑक्सीजन लेकर आई ट्रेन, कानपुर व आसपास जिलों को मिलेगी कुछ राहत

लिंडे कंपनी द्वारा भेजी गई ऑक्सीजन की खेप में 55 टन ऑक्सीजन कानपुर को मिलेगी और बाकी आसपास जिलों में भेजी जाएगी। फिलहाल चार टैंकर कंटेनर जूही यार्ड में पहुंचे हैं यहां से पनकी के इंडेन के टैंकर में रखने की तैयारी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:52 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 05:25 PM (IST)
दुर्गापुर से 80 टन ऑक्सीजन लेकर आई ट्रेन, कानपुर व आसपास जिलों को मिलेगी कुछ राहत
कानपुर शहर को ऑक्सीजन संकट से मिली कुछ राहत।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के पीक के बाद अब ढलान पर आने के बाद व्यवस्थाएं पटरी पर आती दिखने लगी हैं। रविवार की सुबह दुर्गापुर से 80 टन ऑक्सीजन के चार टैंकर लेकर ट्रेन कानपुर पहुंच गई। हर कंटेनर टैंकर में 20-20 टन ऑक्सीजन है। सुबह करीब 10:20 बजे ट्रेन कंटेनर टैंकर लेकर जूही यार्ड आई। अब इसमें 55 टन ऑक्सीजन कानपुर और बाकी ऑक्सीजन आसपास जिलों में भेजी जाएगी।

ऑक्सीजन संकट से जूझ रहे शहर को शनिवार को राहत भरी सूचना मिली थी। दुर्गापुर से कानपुर के लिए ट्रेन से 80 ऑक्सीजन आने का इंतजार किया जा रहा था। हालांकि लिंडे गैस कंपनी से 30 अप्रैल को कानपुर को ऑक्सीजन देने की बात की गई थी लेकिन शनिवार शाम 4.35 बजे दुर्गापुर से चार कंटेनर में ऑक्सीजन लेकर ट्रेन कानपुर के लिए रवाना हुई। ट्रेन रविवार सुबह 10.20 बजे जूही कंटेनर डिपो पहुंची। यहां ऑक्सीजन को टैंकरों में भरने का काम शुरू हुआ। इन टैंकर से ऑक्सीजन को इंडेन के प्लांट में पहुंचाया, जहां पहले से ऑक्सीजन रखने का कार्य शुरू हो चुका है। ट्रेन को वापस दुर्गापुर रवाना कर दिया ताकि सोमवार को ट्रेन फिर ऑक्सीजन लेकर कानपुर के लिए रवाना हो सके।

औद्योगिक विकास मंत्री ने बताया कि इस 80 टन में 55 टन ऑक्सीजन कानपुर के लिए है। बाकी 10 टन सैफई, पांच टन सुल्तानपुर, पांच टन अमेठी, पांच टन रायबरेली के लिए है। कानपुर की 55 टन में सात टन ऑक्सीजन मेडिकल कालेज को दी जाएगी। बाकी 48 टन ऑक्सीजन अन्य अस्पताल व संस्थाओं के लिए रहेगी। उन्होंने बताया कि इंडेन का कंटेनर 120 टन क्षमता का है। उनके पास 20 टन ऑक्सीजन पहले से है। यह 80 टन आने के बाद उस कंटेनर में 100 टन ऑक्सीजन हो जाएगी। रात में दूसरी जगहों से भी ऑक्सीजन आ चुकी है। इसलिए 48 घंटे का बैकअप हो गया है, दूसरी बार ट्रेन आने तक पर्याप्त ऑक्सीजन है।

ये ऑक्सीजन कानपुर को नियमित रूप से मिलती रहेगी। वहीं कानपुर में जो ऑक्सीजन होगी, वह अलग है। इसके बाद ऑक्सीजन का संकट नहीं रहेगा। अगले दो दिन में उर्सला में 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन बनाने वाले प्लांट का परीक्षण होगा। कांशीराम अस्पताल में भी दो सप्ताह में इतनी ही क्षमता का प्लांट लग जाएगा। मेडिकल कालेज में इस माह के अंत में प्लांट लगा दिया जाएगा।

इनकी चल रही है प्रक्रिया

-उर्सला में दूसरा प्लांट विधायक निधि से लगेगा, जिसकी राशि सीएमओ को जा चुकी है।

-मेडिकल कालेज में दो अन्य प्लांट सीएसआर फंड से लगाए जाएंगे।

-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्हौर और घाटमपुर में भी दो प्लांट लगाए जाएंगे।

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