ऑक्सीजन की किल्लत से हो सकती है अप्रिय घटना
जेएनएन कानपुर नर्सिगहोम को समय से ऑक्सीजन नहीं मिलती है। इसकी कमी से किसी दिन कोई अप्रिय घटना हो सकती है।
जेएनएन, कानपुर : नर्सिगहोम को समय से ऑक्सीजन नहीं मिलती है। दिनभर अस्पतालों में अफरातफरी का माहौल रहता है। कभी भी ऑक्सीजन खत्म होने से कोई अप्रिय घटना घट सकती है। यह बात बुधवार को कानपुर नर्सिंगहोम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एमके सरावगी ने पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के साथ वर्चुअल बैठक में कही। व्यापारियों व उद्यमियों ने उनके साथ बैठक में फुटकर बाजारों में खत्म हो रहे सामान पर चिता जताई और थोक बाजारों को भी खोलने का समय तय करने के लिए कहा।
ऑक्सीजन के संकट पर पुलिस कमिश्नर ने डीएम से बात कर समस्या दूर करने की बात कही। डॉ. सरावगी ने कहा कि यदि प्रशासन और पुलिस अस्पतालों को पूरा सहयोग करे तो वे कई गुना ज्यादा क्षमता से मरीजों का इलाज कर सकते हैं, जिससे बेहतर नतीजे सामने आएंगे। अनूप शुक्ला ने 50 बेड का लेवल-वन आइसोलेशन सेंटर बनाने और संचालित करने की बात कही। मशीनरी मार्केट के चेयरमैन सुरेंद्र सनेजा ने कहा कि उद्योग लगातार चलते रहें, इसके लिए उन्हें दुकानों से जरूरी वस्तुएं निकाल कर देने की अनुमति दी जाए। कानपुर उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री विनोद गुप्ता ने कहा कि दो-तीन दिन में फुटकर मंडियों में गल्ले की किल्लत होनी शुरू हो जाएगी। कोई ऐसी नीति बनाई जाए, जिससे किराना व गल्ला फुटकर दुकानों तक जा सके। पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी साउथ रवीना त्यागी व एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक डॉ. अनिल कुमार को व्यापार और उद्योग के लिए नोडल अधिकारी नामित किया। बैठक में उद्यमी बलराम नरुला, पीआइए के अध्यक्ष मनोज बंका, आइआइए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य, नौघड़ा कपड़ा कमेटी के शेष नारायण त्रिवेदी, उमंग अग्रवाल, शिव कुमार गुप्ता, यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के महामंत्री मनीष कटारिया, प्रयाग नारायण शिवाला के अभिनव तिवारी मौजूद रहे। आरोपित पूर्व प्रधान पुलिस की पकड़ से बाहर, घाटमपुर : कोतवाली क्षेत्र के बेंदा गांव में मंगलवार को हुए चुनावी संघर्ष के मामले में दो और नामजद आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, मुख्य आरोपित पूर्व प्रधान विकास यादव को अभी भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके रिश्तेदारों के यहां छापेमारी कर रही है। पुलिस के मुताबिक टीमें रवाना हैं, जल्द ही और आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
घाटमपुर ब्लॉक के बेंदा गांव मे मंगलवार सुबह नाली के विवाद ने चुनावी संघर्ष का रूप ले लिया था। पूर्व प्रधान और नवनिर्वाचित प्रधान के समर्थकों में लाठी-डंडे चले थे। पथराव के साथ फायरिग भी हुई थी। बेंदा गांव में बलवान सिंह प्रजापति ने प्रधानी के चुनाव में विकास यादव को 35 वोटों से हराया था। इसके बाद से दोनों पक्षों में तनाव चल रहा था। गांव में ही मंगलवार को दो सगे भाई गुरुचरण और पंडा प्रजापति में विवाद हुआ था। मामले में नवनिर्वाचित प्रधान बलवान प्रजापति के चाचा बरातीलाल मध्यस्थता करने पहुंचे थे। इसी दौरान गुरुचरण ने पूर्व प्रधान विकास यादव को बुला लिया था। मौके पर स्कॉर्पियो से पहुंचे विकास यादव और उनके समर्थकों ने बरातीलाल के घर में धावा बोल दिया था। पथराव के साथ गोलीबारी भी हुई थी। मामले में बरातीलाल, उनका बेटा चेतन, अनिल और यशकुमार घायल हुए थे। इसके बाद ग्रामीणों ने मुगल रोड जाम कर दिया था। पुलिस ने पूर्व प्रधान विकास यादव, वीर सिंह, संदीप यादव, रैलेष यादव, बलवान यादव, पुष्पेंद्र लोहार, मंकी संखवार, जीतू यादव, प्रतिबंध यादव, परशूराम और गुरुचरन के साथ ही आठ से दस अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।