अफसरों के हटते ही दौडऩे लगते ओवरलोड वाहन, सैकड़ों ट्रकों पर हो चुकी कार्रवाई

जिलाधिकारी की सख्ती के बाद फतेहपुर में 400 से ज्यादा ओवर लोड वाहनों पर कार्रवाई हो चुकी है इसके बाद भी एआरटीओ कार्यालय तथा कुछ पुलिस कर्मियों से साठ गांठ होने के कारण अधिकारियों के सड़क से हटते ही एक बार फिर सड़क पर ओवरलोड वाहन चलने लगते हैैं।

By Sarash BajpaiEdited By: Publish:Fri, 19 Feb 2021 08:52 PM (IST) Updated:Fri, 19 Feb 2021 08:52 PM (IST)
अफसरों के हटते ही दौडऩे लगते ओवरलोड वाहन, सैकड़ों ट्रकों पर हो चुकी कार्रवाई
अफसरों के सड़क से हटते ही शुरू हो जाती ओवरलोड वाहनों की धमाचौकड़ी।

कानपुर, जेएनएन। फतेहपुर में ओवरलोडिंग थमें इसके लिए डीएम-एसपी लगातार सख्ती दिखा रहे हैं, लेकिन एआरटीओ व पुलिस की मिलीभगत का नतीजा है कि हर दिन ओवरलोडिंग का धंधा फल-फूल रहा है। जिस दिन अफसर सड़क पर उतरते, उस दिन ओवरलोड वाहन कार्रवाई के दायरे में आते हैं। जिस दिन राजस्व व खनिज अफसर सड़क पर नहीं होते उस दिन ओवरलोड धड़ल्ले से निकलते हैं। अब खेल में अंगुलियां भी उठ रही हैं, कि एक दिन में ढाई हजार से अधिक ओवरलोड वाहन निकलते हैं और कार्रवाई शून्य रहती है।

वर्तमान में ओवरलोड का ट्रेंड थोड़ा सा बदल दिया गया है। अधिकांश ओवरलोड गिट्टी- मौरंग के ट्रकों को काली पॉलीथीन से ढांक कर निकाला जा रहा है। ट्रकों व डंफरों के पीछे की प्लेट में नंबर खुरचकर मिटा दिए गए हैं। दिन में यह ओवरलोड ट्रक मुख्य मार्गों से हटाकर लिंक मार्गों में कर दिए जाते हैं, शाम को छह बजे से ट्रकों की निकासी होने लगती है। शहर के बांदा टांडा मार्ग में रात दस बजे के बाद इतनी अधिक संख्या में ट्रक आ जाते हैं कि कई बार तो जाम लग जाता है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण पचास नंबर गेट है, जिसमें राधानगर से नउवाबाग तक वाहन फंसे रहते हैं। पुलिस व एआरटीओ की मिलीभगत से ललौली, जाफरगंज, जोनिहां, ङ्क्षबदकी, कल्यानपुर व औंग, बहुआ, शाह, जेल चौकी, लखनऊ बाईपास व थरियांव के रास्ते ट्रक निकाले जाते हैं। यहां तैनात कर्मचारी ड्राइबरों को आगे की लोकेशन भी देकर विदा करते हैं।

शिवराजपुर-चिल्ला मार्ग में ओवरलोडिंग 

शिवराजपुर-चिल्ला मार्ग में शाम छह बजे से सुबह के 6 बजे तक ओवरलोड ट्रकों की कतार टूटने का नाम नहीं लेती है। खदानों से ओवर लोड मौरंग व गिट्टी लेकर ट्रक कानपुर, लखनऊ व रायबरेली के लिए यहां से होकर गुजर रहे हैं। रात दस बजे के बाद पिकेट व डायल 112 की टीम इन ट्रकों को पास कराते भी देखी गयी है।

जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ओवरलोड के खिलाफ अभियान शुरू है, कार्रवाई भी की जा रही है। लेकिन ओवरलोड को बंद कराने के लिए एक अलग कार्ययोजना बन रहीं है। ऐसे में अफसरों की जवाबदेही भी तय होगी और सड़क पर ओवरलोड वाहन भी थमेंगे। पिछले एक माह में 410 ट्रकों पर कार्रवाई हो चुकी है। 

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