Ordnance Factories Day 2021: भारतीय सेना को ताकतवर बनाने में यह हथियार-सुरक्षा उपकरण निभा रहे अग्रणी भूमिका
National Ordnance Factories Day 2021 आर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड से जुड़ी शहर की ऑर्डनेंस फैक्ट्री फील्ड गन फैक्ट्री स्माल आम्र्स फैक्ट्री ऑर्डनेंस पैराशूट फैक्ट्री और ऑर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री हैं। इनमें भी यह दिन बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
कानपुर, [जागरण स्पेशल]। National Ordnance Factories Day 2021 शहर के रक्षा प्रतिष्ठानों में बने हथियार और सुरक्षा उपकरण सेना के जवानों का कवच बनकर दुश्मनों को मुंहतोड़ जबाब दे रहे हैं। यहां आधुनिक गन से लेकर पैराशूट तक 20 से अधिक उपकरण बन चुके हैं, जो मेक इन इंडिया का ख्वाब साकार कर रहे हैं। लघु शस्त्र निर्माणी (एसएएफ) में हाल ही में विकसित की गई ज्वाइंट प्रोटेक्टिव वेंचर्स कार्बाइन एक सशक्त हथियार है। सेना में सफल परीक्षण के बाद अब इसे सौंपने की तैयारी है।
एसएएफ में निर्मित अमोघ, इंसास-5.56 व मैगगन मेक इन इंडिया का बेहतरीन नमूना हैं। बेल्ड फेड एलएमजी भी बनकर तैयार है। अब यह ट्रायल के लिए जानी है। सेना के साथ आमजन के लिए बनने वाली रिवॉल्वर 'प्रहारÓ भी देशभर में पसंद की जा रही है। इससे पहले मार्क-1, मार्क-2, मार्क-3 व मार्क-4 रिवॉल्वर भी बनाई जा चुकी हैं, जिन्हें बेहद पसंद किया गया। एसएएफ में हथियार बनाने की शुरुआत ब्रेनगन से हुई थी। इसके बाद एक से बढ़कर एक हथियार बने। अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए 11 मार्च को इसे बेस्ट ऑर्डनेंस फैक्ट्री अवार्ड से नवाजा गया है। यहां पर महिलाओं के लिए महज साढ़े तीन सौ ग्राम की निर्भीक रिवॉल्वर भी बनाई गईं हैं।
कोरोना काल में एंटी बैक्टीरियल टेंट बना कवच
कोरोना काल में आर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री में तैयार किया गया एंटी बैक्टीरियल टेंट कई मरीजों का कवच बना। एंटी बैक्टीरियल फैब्रिक की कोङ्क्षटग करके बनाए गए इस टेंट की खासियत यह है कि इसके संपर्क में आते ही जीवाणु मर जाते हैं। नजर न आने वाले अतिसूक्ष्म धूल व धुएं के कणों को भी यह रोकने में सक्षम है।
सबसे पुरानी आयुध निर्माणी फैक्ट्री ने शुरू किया था उत्पादन
ऑर्डनेंस फैक्ट्री डे प्रतिवर्ष 18 मार्च को मनाया जाता है। कोसीपुर कोलकाता में स्थित देश की सबसे पुरानी आयुध निर्माणी फैक्ट्री ने इसी दिन 1802 में उत्पादन शुरू किया था। आर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड से जुड़ी शहर की ऑर्डनेंस फैक्ट्री, फील्ड गन फैक्ट्री, स्माल आम्र्स फैक्ट्री, ऑर्डनेंस पैराशूट फैक्ट्री और ऑर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री हैं। इनमें भी यह दिन बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
खास बातें ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड से देशभर में 41 फैक्ट्री जुड़ी हैं। शहर में पांच रक्षा प्रतिष्ठान हैं जिनमें 14 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं आर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री सबसे पुरानी है। इसकी स्थापना 1859 में हुई थी। पहले इसका नाम हार्नस एंड सेडलरी फैक्ट्री था ऑर्डनेंस फैक्ट्री, फील्ड गन फैक्ट्री व स्माल आम्र्स फैक्ट्री में सेना के हथियार बनते हैं ऑर्डनेंस पैराशूट फैक्ट्री व ऑर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री में सैनिकों के लिए कपड़े, जूते व टेंट समेत रोजमर्रा में काम आने वाले अन्य उपकरण बनते हैं फैक्ट्रियों में हथियार, जूते, टेंट, पीपीई किट, हिमताप बुखारी व पैराशूट बनते हैं फील्ड गन ने बड़े हथियारों में विजेता टैंक व धनुष हैं।