कानपुर की आर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री ने बनाया पहला एंटी बैक्टीरियल टेंट, जानें-क्या है खासियत
कपड़े का बना यह टेंट आपदा प्रबंधन में विशेष काम आएगा और मरीजों व घायलों के इलाज के दौरान बैक्टीरिया दूर रहेंगे।
कानपुर, [विक्सन सिक्रोडिय़ा]। प्राकृतिक आपदा, रेल और सड़क दुर्घटनाओं में घायल मरीजों का इलाज अब किसी भी खुली जगह पर जीवाणुओं (बैक्टीरिया) के संक्रमण के खतरे की चिंता किए बिना ही किया जा सकेगा। आर्डनेंस इक्विपमेंट फैक्ट्री (ओईएफ) ने ऐसा एंटी बैक्टीरियल टेंट बना लिया है जिसमें किसी भी जगह पर मरीजों का संक्रमण मुक्त इलाज किया जा सकता है।
कपड़े के बने इस टेंट में एंटी बैक्टीरियल फैब्रिक की कोटिंग की गई है। कोटिंग के संपर्क में आने के बाद बाहर ही जीवाणु मर जाते हैं। टेंट की बड़ी खासियत यह भी है कि अधिक तापमान होने पर भी अंदर का तापमान सात से 10 डिग्री तक कम हो जाता है। चार मीटर लंबे और दो मीटर चौड़े इस टेंट में दो मरीजों का इलाज किया जा सकता है। महामारी के दौरान अस्पतालों में जगह फुल होने पर भी मरीज के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल पार्क और खुले स्थान पर कर सकते हैं।
ओईएफ के महाप्रबंधक डीसी श्रीवास्तव ने बताया कि टेंट में जरूरी मेडिकल उपकरण रखने की पर्याप्त जगह है। टेंट बनाने की प्रक्रिया के तहत एंटी बैक्टीरियल प्रोसेसिंग करके कपड़े को संक्रमणमुक्त बनाया गया है। फैब्रिक की कोटिंग करके ऐसे तैयार किया गया है कि यह बैक्टीरिया से बचाव के लिए कवच की तरह काम करता है।
दोगुनी गति से ठीक होंगे मरीज
खुले में इलाज के दौरान बैक्टीरिया का संक्रमण मरीजों के लिए सबसे बड़ा खतरा होता है। बैक्टीरिया से सुरक्षित होने से यह टेंट उन्हेंं दोगुनी गति से ठीक करने में मददगार साबित होगा। बाहरी संक्रमण का खतरा न होने के रेगिस्तान, पहाड़ और जंगलों में भी कारगर इलाज किया जा सकेगा।
धूल व धुएं के कण से भी रखेगा महफूज
एंटी बैक्टीरियल टेंट में की गई फैब्रिक की कोटिंग धूल व धुएं के कण को भी रोकने में कारगर है। नजर न आने वाले अतिसूक्ष्म कण भी नहीं घुस सकते। यह तकनीक विकसित करने में ओईएफ के वैज्ञानिकों को करीब एक साल का समय लगा।
पानी का भी नहीं होगा असर
टेंट पर बारिश का असर नहीं होता है। एंटी माइक्रोबियल प्रॉपर्टी से तैयार टेंट मेंं वॉटरप्रूफ कपड़े का इस्तेमाल किया गया है। एल्युमिनियम एलॉय व माइल्ड स्टील स्ट्रक्चर पर बना यह टेंट कोविड-19 जैसी संक्रमण की बीमारियों में भी कारगर है।