7.63 लाख कार्डधारकों पर सिर्फ सात पूर्ति निरीक्षक
1412 दुकानों की मुश्किल से निगरानी कोटेदार कर रहे मनमानी।
जागरण संवाददाता,कानपुर : आपूर्ति विभाग पूर्ति निरीक्षकों की कमी से जूझ रहा है। 7.63 लाख कार्डधारकों पर सिर्फ सात पूर्ति निरीक्षक हैं, इनकी संख्या 17 होनी चाहिए। इनके जिम्मे 1412 राशन दुकानों की निगरानी की जिम्मेदारी है। पूर्ति निरीक्षकों की कमी की वजह से दुकानों के निरीक्षण सहित अन्य विभागीय कार्यों में परेशानी हो रही है। पूर्ति निरीक्षकों की कमी के चलते राशन वितरण की निगरानी में परेशानी हो रही है। इससे कोटेदारों के हौसले बुलंद हैं। वे राशन वितरण के दौरान मनमानी करने से नहीं चूक रहे हैं। राशन वितरण का निरीक्षण, राशनकार्डो की जांच, अनियमितताओं पर कार्रवाई सहित अन्य विभागीय कार्य के लिए पूर्ति निरीक्षकों की तैनाती की जाती है। आपूर्ति विभाग में पूर्ति निरीक्षकों की कमी की वजह से इन कार्यों में परेशानी हो रही है। शहर में 7,63060 राशन कार्ड हैं। इनमें अंत्योदय कार्डों की संख्या 63148 तथा पात्र गृहस्थी कार्डों की संख्या 699912 हैं। राशन कार्डधारकों को 1412 दुकानों से हर माह दो बार राशन वितरण होता है। पूर्ति निरीक्षकों की कम संख्या की वजह से राशन वितरण के दौरान सभी दुकानों का निरीक्षण नहीं हो पाता है। ऐसे में कोटेदार मनमानी करते है। राशनकार्ड धारक अकसर कम राशन मिलने की शिकायतें करते रहते हैं। पूर्ति निरीक्षकों की कमी को लेकर जिलापूर्ति अधिकारी, जिलाधिकारी से लेकर खाद्य आयुक्त तक को अवगत करा चुके हैं। पूर्ति निरीक्षकों की कमी से विभागीय कार्यों में हो रही परेशानी को भी बताया जा चुका है। इसके बावजूद इनकी संख्या में वृद्धि नहीं हुई है।
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आपूर्ति विभाग में सिर्फ सात पूर्ति निरीक्षक है, पूर्ति निरीक्षकों की कम संख्या का जानकारी जिलाधिकारी से लेकर खाद्य आयुक्त तक दी जा चुकी है। पत्र लिखकर पूर्ति निरीक्षकों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध भी किया गया है।
- अखिलेश कुमार श्रीवास्तव, जिलापूर्ति अधिकारी