कुत्ते ने छीना एक मां के जिगर का टुकड़ा, बच्ची को उठा ले जाकर पानी भरे गड्ढे में गिरा दिया

बेटी को कमरे में लिटाकर नहाने चली गई थी मां कुत्ते का पीछा किया पर नहीं बचा सकी जान।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 06:14 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 06:14 PM (IST)
कुत्ते ने छीना एक मां के जिगर का टुकड़ा, बच्ची को उठा ले जाकर पानी भरे गड्ढे में गिरा दिया
कुत्ते ने छीना एक मां के जिगर का टुकड़ा, बच्ची को उठा ले जाकर पानी भरे गड्ढे में गिरा दिया

कानपुर, जेएनएन। अगर आपके नवजात या बहुत छोटे बच्चे हैं तो उन्हें खुले में अकेले बिलकुल न छोड़ें, क्योंकि शहर के कुत्ते आदमखोर हो गए हैं। ऐसी ही घटना बुधवार को बर्रा-8 ई-वन कच्ची बस्ती हुई, जहां कमरे के अंदर चारपाई पर सो रही एक माह की नवजात बच्ची को कुत्ता उठा ले गया। बच्ची को ले जाते वक्त अचानक मां की नजर पड़ी तो वह शोर मचाते हुए पीछे दौड़ी। कुत्ता घर के पीछे के रास्ते से भागा। गड्ढा फांदते समय बच्ची उसके मुंह से छूटकर पानी भरे गड्ढे में जा गिरी। इधर उधर ढूंढऩे के काफी देर बाद जब लोगों की नजर गड्ढे पर पड़ी तो बच्ची की मौत हो चुकी थी।

घर के पीछे गड्ढे की तरफ नहीं गया किसी का ध्यान

कच्ची बस्ती निवासी संविदा सफाई कर्मी नीरज के परिवार में पत्नी चांदनी, डेढ़ साल की बेटी माहिरा और एक माह की बेटी है। बुधवार सुबह वह ड्यूटी गए थे। पत्नी घर के काम करने के बाद कमरे से सटे हुए बाथरूम में नहाने गई थी। नवजात बेटी कमरे में चारपाई पर लेटी थी। तभी बस्ती में घूमने वाला एक काले रंग का कुत्ता नवजात को चारपाई से उठा कर भागा। बच्ची की आवाज आने पर चांदनी ने पलटकर देखा तो कुत्ता बच्ची को लेकर भाग रहा था। पत्नी शोर मचाते हुए कुत्ते के पीछे दौड़ी।

शोर सुनकर मोहल्ले के लोग भी तलाश करते हुए पांडु नदी की ओर गए। घर के पीछे गड्ढे की तरफ किसी का ध्यान ही नहीं गया। ढाई घंटे तक चली छानबीन के बाद भीड़ वहां से लौट रही थी तो अचानक घर के पीछे वाले गड्ढे में बच्ची का शव उतराता मिला। शव मिलने के बाद स्वजनों ने उसे पांडु नदी के किनारे दफन कर दिया। इधर मामले की जानकारी होने पर गुजैनी चौकी पुलिस पहुंची। जहां स्वजनों ने पूछताछ में अंतिम संस्कार करने की जानकारी देते हुए कानूनी कार्रवाई से इन्कार कर दिया।

दरवाजा न होने से हुई घटना

नीरज के मुताबिक घर के नाम पर महज एक कमरा है। उससे सटा हुआ बाथरूम है। न तो कमरे में दरवाजा है और न ही बाथरूम में। दरवाजा न होने के चलते कुत्ता आसानी से कमरे में आया और बच्ची को उठा ले गया। 

डेढ़ साल पहले भांजे को भी उठा ले गया था कुत्ता

नीरज के मुताबिक घर से कुछ दूर उनकी बहन सोना रहती है। डेढ़ साल पहले यही कुत्ता 15 दिन के भांजे को भी उठा ले गया था लेकिन डायपर पहने होने से उसे कहीं चोट नहीं आई थी। सबने देखकर छुड़ा लिया तो उसकी जान बच गई थी। 

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