रूमा औद्योगिक क्षेत्र में बनेगा डेढ़ एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट, ग्रोथ सेंटर जैनपुर में दोबारा होगा टेंडर

रूमा औद्योगिक क्षेत्र कानपुर- प्रयागराज हाईवे के किनारे बसा हुआ है। हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य होने की वजह से अब यहां जल निकासी की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके साथ ही मुख्य नाले को भी एक व्यक्ति ने बंद कर दिया है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 11:45 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 11:45 AM (IST)
रूमा औद्योगिक क्षेत्र में बनेगा डेढ़ एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट, ग्रोथ सेंटर जैनपुर में दोबारा होगा टेंडर
फतेहपुर के मलवां में जल निकासी की समस्या के समाधान की तैयारी की जा रही है

कानपुर, जेएनएन। उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण अपने औद्योगिक क्षेत्रों में टूटी सड़कों, नालों का निर्माण कार्य कराएगा। साथ ही रूमा औद्योगिक क्षेत्र में 1.5 एमएलडी के इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का काम होगा। प्लांट के निर्माण के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उधर चकेरी में सड़क और नाले का निर्माण का कार्य शुरू हो गया है, जबकि ग्रोथ सेंटर जैनपुर में सड़क, नाला आदि के निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया गया है। पूर्व में टेंडर मांगा गया था, लेकिन पर्याप्त टेंडर न आने से कंपनी का चयन नहीं हो सका। रूमा और फतेहपुर के मलवां में जल निकासी की समस्या के समाधान की तैयारी की जा रही है।

रूमा औद्योगिक क्षेत्र कानपुर- प्रयागराज हाईवे के किनारे बसा हुआ है। हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य होने की वजह से अब यहां जल निकासी की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके साथ ही मुख्य नाले को भी एक व्यक्ति ने बंद कर दिया है। अब अतिक्रमण हटाने और नाले का निर्माण कर जल निकासी की समस्या का समाधान नगर निगम करेगा। इस कार्य में उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अभियंता मदद करेंगे। इस औद्योगिक क्षेत्र में अभी डेढ़ एमएलडी का एक इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट है। दूसरे की आवश्यकता है। ऐसे में इसका एस्टीमेट बनाने का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही एस्टीमेट बन जाएगा। अभी यहां जो प्लांट है उसका संचालन उद्यमियों की ओर से गठित एसपीवी कर रही है। इसी तरह चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में 1.80 करोड़ रुपये से सड़क, नाला आदि के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। उधर ग्रोथ सेंटर जैनपुर में जलभराव की बड़ी समस्या है। बारिश के समय यहां कारखानों में पानी भर जाता है। अब यहां नाला भी बनेगा और सड़क भी। इसके लिए करीब तीन करोड़ रुपये की कार्ययोजना बनाई गई है।

chat bot
आपका साथी