Navratri 2020:पांचवें दिन स्कंदमाता की स्तुति कर भक्तों ने मांगा समृद्धि का वर

बिरहाना रोड स्थित तपेश्वरी मंदिर में भोर आरती के बाद श्रद्धालुओं ने कतार लगाकर मां भगवती के दर्शन किए शास्त्री नगर स्थित काली मठिया मंदिर में मां काली को पुष्प अर्पित कर भक्तों ने मां की आराधना की सभी मंदिरों में कोविड नियमों का पालन किया गया।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 01:15 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 01:15 PM (IST)
Navratri 2020:पांचवें दिन स्कंदमाता की स्तुति कर भक्तों ने मांगा समृद्धि का वर
देवी मां के स्कंदमाता स्वरूप का चित्र।

कानपुर, जेएनएन। आस्था के महापर्व नवरात्रि की पंचमी पर माता के स्कंदमाता स्वरूप का पूजन किया जाता है। बुधवार को शहर के प्रमुख देवी मंदिरों में स्कंदमाता का विधि विधान से पूजन किया गया। भक्तों ने मां की स्तुति कर समृद्धि का वर मांगा।

बिरहाना रोड स्थित तपेश्वरी मंदिर में भोर आरती के बाद श्रद्धालुओं ने कतार लगाकर मां भगवती के दर्शन किए। शास्त्री नगर स्थित काली मठिया मंदिर में गुलाब और गुड़हल का पुष्प मां काली को अर्पित कर भक्तों ने मां की आराधना की। जूही स्थित 12 देवी मंदिर और जंगली देवी मंदिर में भोर से ही श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचने लगे। बारादेवी मंदिर में भक्तों ने मां को श्रीफल अर्पित किया। गौरतलब है कि इस दौरान सभी कोविड नियमों का पालन किया गया।

मूर्ति स्पर्श और शृंगार की रही मनाही

जंगली देवी मंदिर के पुजारी विजय पंडित ने बताया कि इस बार संक्रमण के खतरे को देखते हुए भक्तों को मूर्ति स्पर्श और मां का शृंगारकरने की अनुमति नहीं दी गई है। भक्ति गोविंद नियमावली का पालन करते हुए परिसर में दूर से ही माता रानी के दर्शन कर निकासी दौर से बाहर जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार परिसर में बैठकर मां की स्तुति करना तथा भोग अर्पित भक्तों द्वारा नहीं कराया जा रहा है। मंदिर पुजारी व सेवक मंदिर परिसर में भक्तों को समय-समय पर शारीरिक दूरी व मास्क लगाने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं। बगैर मास के आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क देकर दर्शन कराने की व्यवस्था भी की गई है। 

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