तेल माफिया को भेजा जेल, साथियों की तलाश जारी

पुलिस की साठगांठ से पेट्रोल और डीजल की चोरी कर उसे खुले बाजार में बेचने वाले किए गए कोर्ट में पेश।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 02:13 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 02:13 AM (IST)
तेल माफिया को भेजा जेल, साथियों की तलाश जारी
तेल माफिया को भेजा जेल, साथियों की तलाश जारी

संवाद सहयोगी, कल्याणपुर : पुलिस की साठगांठ से पेट्रोल और डीजल की चोरी कर उसे खुले बाजार में बेचने वाले तेल माफिया को मंगलवार शाम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पनकी पुलिस ने रविवार को गंगागंज क्षेत्र स्थित एक तेल बाड़े में छापा मारकर हजारों लीटर मिलावटी तेल बरामद किया था। फर्म मालिक ने पुलिस को कुछ दस्तावेज भी दिखाए, जिनकी जांच की जा रही है। इसके साथ ही आपूर्ति विभाग की टीम ने तेल बाड़े से लिए गए सैंपलों को जांच के लिए झांसी भेजा है। छापे की कार्रवाई के दौरान ही आपूर्ति विभाग की टीम को पनकी बी ब्लॉक में भी अवैध रूप से डीजल व पेट्रोल की बिक्री होने की सूचना मिली थी। इस पर टीम ने बी ब्लॉक निवासी शाहीन अख्तर उर्फ शानू के मकान में छापा मारकर 745 लीटर डीजल और करीब 320 लीटर पेट्रोल बरामद किया। कागजात न दिखा पाने पर आरोपित शानू को तुरंत हिरासत में ले लिया गया और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जांच में सामने आया है कि आरोपित करीब दो साल से अपने गुर्गों की मदद से तेल भरे टैंकरों व रेलवे वैगनों से पेट्रोल और डीजल की चोरी करा रहा था।

70 रुपये में बेच रहा था पेट्रोल, 60 में डीजल

सूत्रों ने बताया कि आरोपित शानू चोरी का पेट्रोल 70 रुपये प्रति लीटर और डीजल 60 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचता था। जिस मकान में वह रहता है, उसी से कारोबार कर रहा था। पुलिस अभी तक उसके गोदाम का भी पता नहीं लगा सकी है। माना जा रहा है कि शातिर ने अपने घर को शोरूम की तरह इस्तेमाल किया है।

गलियों में बने गोदामों से हो रही तेल की बिक्री

पनकी तेल माफिया का गढ़ बन चुका है और पुलिस की शह पाकर माफिया ने गली-गली यह काम शुरू कर दिया है। कहीं मकानों से चोरी छिपे तेल बेचा जा रहा है तो कहीं गोदामों से। वाहनों की मरम्मत करने वाले मिस्त्री आरोपितों के इस काले कारनामे को बखूबी जानते हैं और जरूरतमंदों को गोदाम का पता बताते हैं। सूत्रों ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र की तमाम फैक्ट्रियों में भी इसी तेल का इस्तेमाल हो रहा है। कई किसान भी आकर पेट्रोल व डीजल ले जाते हैं। पुलिस अपनी ओर से मुकदमा नहीं लिखाती और आपूर्ति विभाग पर कार्रवाई का पल्ला झाड़ देती है।

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