अफसरों ने परखी रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के दौरे की तैयारियों को परखने के लिए मंडलायुक्त व डीएम पहुंचे सेंट्रल।
जागरण संवाददाता, कानपुर: राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के दौरे की तैयारियों को परखने के लिए मंगलवार को पुलिस आयुक्त, मंडलायुक्त और डीएम सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचे। वहीं एडीजी जोन कानपुर, एडीजी रेलवे, मंडलायुक्त और आइजी ने रूरा व झींझक स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान फैसला लिया गया कि आरपीएफ के आधुनिक कंट्रोल रूम को निगरानी कंट्रोल रूम के तौर पर विकसित किया जाएगा।
पुलिस आयुक्त असीम अरुण, मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर और डीएम आलोक तिवारी ने मंगलवार सुबह डिप्टी सीटीएम हिमांशु शेखर उपाध्याय के साथ सेंट्रल स्टेशन पर सुरक्षा बंदोबस्त को देखा। अधिकारी सभी प्लेटफार्म पर गए। आरपीएफ के सीसीटीवी कंट्रोल रूम को देखा। तय हुआ कि यहीं से नजर रखी जाएगी। इसके लिए सेंट्रल स्टेशन पर और सीसीटीवी कैमरे बढ़ाने के निर्देश दिए। दस नंबर प्लेटफार्म को एलईडी लाइट से रोशन करने का निर्णय लिया गया। राष्ट्रपति के आगमन से पूर्व सेंट्रल स्टेशन का चप्पा-चप्पा डॉग स्क्वायड की निगरानी में होगा। इस दौरान कैंट साइड के प्रवेश द्वार को बंद किया जाएगा।
इससे पहले एडीजी जोन कानपुर भानु भाष्कर, एडीजी रेलवे पियूष आनंद, मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर और आइजी मोहित अग्रवाल सुबह रूरा स्टेशन पहुंचे। इसके बाद झींझक गए। रूरा में पंडाल, मंच, प्रेशिडेंशियल ट्रेन के ठहराव स्थल के अलावा सुरक्षा इंतजामों को देखा। स्टेशन अधीक्षक मनीष दास को आवश्यक निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि सूची में शामिल व्यक्ति ही राष्ट्रपति से भेंट कर सकेंगे। शेष टिकट घर के पास बने पंडाल से अभिवादन करेंगे। अधिकारियों ने टिकट घर के पास बने पैदल पुल को मुख्य रास्ता रखने के निर्देश दिए। बेरीकेडिग करके पूरा इलाका सील करने को कहा। अफसरों ने स्टेशन से आपात स्थिति में निकलने व सीएचसी जाने के लिए रास्ता भी पूछा। डीएम कानपुर देहात से अधिकारियों ने झींझक में राष्ट्रपति से मिलने वालों की संख्या के बारे में जानकारी की तो 38 लोगों की सूची होने की बात पता चली। इस दौरान एसपी केशव कुमार चौधरी, एसपी जीआरपी सिद्धार्थ शंकर मीणा, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ मनोज सिंह, एएसपी घनश्याम चौरसिया, सहायक सुरक्षा आयुक्त कानपुर अजय कुमार राय, इंस्पेक्टर आरपीएफ फफूंद दिनेश कुमार, रूरा एसओ धर्मेंद्र मलिक, एसआई गोपाल सिंह व प्रभाकर यादव रहे।