हादसों के बाद भी नहीं सचेत हो रहे अफसर, कानपुर के झकरकटी बस अड्डे पर बरकरार है रात का अतिक्रमण

चार दिन पहले प्रयागराज जाने के लिए जनरथ बस विकास नगर डिपो से झकरकटी बस अड्डे आ रही थी। पुल की ढाल पर बस के ब्रेक फेल हो गए और चार लोग कुचल गए थे। जिसमें परिचालक चंदन राय और उन्नाव के आशीष की मौत हो गई थी।

By ShaswatgEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 04:51 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 04:51 PM (IST)
हादसों के बाद भी नहीं सचेत हो रहे अफसर, कानपुर के झकरकटी बस अड्डे पर बरकरार है रात का अतिक्रमण
निकास द्वार घेरकर खड़े होते ऑटो टेंपो।

कानपुर, जेएनएन। शहीद मेजर सलमान खान अन्तर्राज्यीय झकरकटी बस अड्डे के बाहर का अतिक्रमण खत्म होने का नाम नहीं के रहा है। चार दिन पहले यहां हुए हादसे के बाद जिम्मेदारों की नींद टूटी तो एक दिन अभियान चलाकर अतिक्रमण हटा औपचारिकता पूरी कर दी। अब फिर से सब पुराने ढर्रे पर है। यहां आज भी पूर्व की भांति ही अतिक्रमण बरकरार है। जिससे चलते यहां जाम के हालात बनते हैं।

चार दिन पहले प्रयागराज जाने के लिए जनरथ बस विकास नगर डिपो से झकरकटी बस अड्डे आ रही थी। पुल की ढाल पर बस के ब्रेक फेल हो गए और चार लोग कुचल गए थे। जिसमें गोविंद नगर निवासी किदवई नगर डिपो के परिचालक चंदन राय और उन्नाव के आशीष की मौत हो गई थी। जबकि दो अन्य घायल थे। हादसे के सीसीटीवी फुटेज चेक किये गए तो निकास द्वार पर ऑटो टेंपो तो दूसरी ओर ठेलिया दुकानदारों का अतिक्रमण नजर आया था। जिसके बाद जिम्मेदार अफसरों ने अतिक्रमण के खिलाफ़ अभियान चलाकर दुकाने हटवाई थीं। एक दिन की कार्रवाई के बाद सब पुराने ढर्रे पर है। बुधवार देर रात यहां हादसे के दिन की तरह ऑटो टेंपो सवारियां भरने के लिए निकास द्वार के बाहर सड़क घेर कर खड़े नजर आए। वहीं सड़क किनारे ठेलिया दुकानदारों का पहले की तरह बोलबाला नजर आया। देर रात भी यहां रुक रुक कर वाहन गुजरे।

chat bot
आपका साथी