अफसरों को नहीं दिख रहे ऑक्सीजन प्लांटों के अलग-अलग रेट
जेएनएन कानपुर आक्सीजन की किल्लत खत्म हुई तो अधिकारियों ने भी निगरानी से मुंह फेर लिया।
जेएनएन, कानपुर : आक्सीजन की किल्लत खत्म हुई तो अधिकारियों ने भी निगरानी से मुंह फेर लिया। इसका लाभ उठा प्लांट संचालक अलग-अलग रेट पर सिलिंडर बेच रहे हैं। एक ही भार के सिलिडर किसी के पास अलग कीमत पर हैं तो दूसरे के पास अलग कीमत के।
कोरोना काल में आक्सीजन की मांग अधिक होने पर अधिकारियों की हर प्लांट पर ड्यूटी लगाई गई थी। आक्सीजन खत्म होने से काफी पहले ही उन्हें बताना था ताकि और आक्सीजन की व्यवस्था की जा सके। यह वह दौर था जब बड़े अधिकारी भी रोज किसी न किसी प्लांट में जांच करने पहुंच जाते थे। इसलिए सभी प्लांट में रेट एक समान थे। अब किल्लत कम हो गई है तो अधिकारियों की निगाहें भी प्लांटों की तरफ से हट गई हैं। इसकी वजह से प्लांटों में अलग-अलग भार के रेट अलग हैं।
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इतनी आक्सीजन आती है सिलिडर में
टाइप आक्सीजन
बी 1.5 क्यूबिक मीटर
बी 2 3.4 क्यूबिक मीटर
डी 2 7 क्यूबिक मीटर
डी 3 10 क्यूबिक मीटर
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यह हैं प्लांट में आक्सीजन के रेट
बब्बर गैस
बी 164 रुपये
डी 2 500 रुपये
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हरिओम गैस
बी 300 रुपये
डी 2 600 रुपये
डी 3 850 रुपये
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चमन गैस
बी 250 रुपये
बी 2 350 रुपये
डी 2 500 रुपये
डी 3 700 रुपये
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मुरारी गैस
बी 336 रुपये
डी-2 560 रुपये
डी-3 896 रुपये
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आक्सीजन की इस समय कोई किल्लत नहीं है, फिर भी प्लांट में अलग-अलग रेट पर ऑक्सीजन क्यों दी जा रही है, इसकी जांच कराई जाएगी।
सतीश महाना, औद्योगिक विकास मंत्री