कानपुर में अब इस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के किनारे तलाशी जाएगी लॉजिस्टिक पार्क के लिए भूमि

उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण कानपुर में सरसौल भाऊपुर के आसपास लॉजिस्टिक पार्क के लिए भूमि का सर्वे करेगा। औरैया में अछल्दा के पास पहले ही साढ़े चार सौ एकड़ भूमि प्राधिकरण द्वारा चिह्नित की जा चुकी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 09:53 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 09:53 AM (IST)
कानपुर में अब इस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के किनारे तलाशी जाएगी लॉजिस्टिक पार्क के लिए भूमि
अब डीएफसी के किनारे बसाया जाएगा पार्क।

कानपुर, जेएनएन। उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण अब इस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के किनारे लॉजिस्टिक पार्कों की स्थापना के लिए भूमि तलाशेगा। फिलहाल अछल्दा के पास साढ़े चार सौ एकड़ भूमि चिह्नित की जा चुकी है, लेकिन प्रबंधन का पूरा जोर सरसौल, भाऊपुर, नैनी, मुगलसराय के आसपास पार्क बनाने का है।

डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के सूबे में 18 स्टेशन बन रहे हैं। भाऊपुर से खुर्जा तक कॉरिडोर शुरू हो गया है। ऐसे में औरैया जिले के रूरू खुर्द और ग्वारी गांव में प्रशासन ने ग्राम समाज की साढ़े चार सौ एकड़ भूमि प्राधिकरण दी है। इस भूमि को डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन को आवंटित किया जाएगा। कॉरपोरेशन की टीम मुआयना भी कर चुकी है। हालांकि औरैया जिले में बहुत ज्यादा उद्योग नहीं है इसलिए वहां पार्क की स्थापना जल्दबाजी तो नहीं होगी इसका आकलन किया जा रहा है।

कानपुर में बड़े पैमाने पर औद्योगिक इकाइयां हैं। यहां रूमा, चकेरी, पनकी, दादानगर, फजलगंज, मंधना, चौबेपुर औद्योगिक क्षेत्र के साथ ही जाजमऊ में भी चर्म उद्योग से जुड़ी हुईं पांच सौ से अधिक इकाइयां हैं। बड़े पैमाने पर यहां से लेदर व अन्य उत्पादों का निर्यात होता है। दूसरे राज्यों में भी बड़े पैमाने पर उत्पाद जाते हैं। ऐसे में यहां लॉजिस्टिक पार्क बनाने को लेकर विशेष प्रयास किया जा रहा है। प्राधिकरण प्रबंधन सरसौल, भाऊपुर आदि जगहों पर भूमि की तलाश में जुट गया है। अन्य जिलों में भी सर्वे किया जा रहा है।

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