अब मदरसों में गणित, विज्ञान की पढ़ाई होगी जरूरी
एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम होगा लागू तीन के बजाय सात विषय अनिवार्य -मदरसा आधुनिकीकरण के
जागरण संवाददाता, कानपुर : उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने स्कूलों की तर्ज पर मदरसों में आधुनिक शिक्षा की कवायद शुरू कर दी है। अगले सत्र से मदरसों में गणित, विज्ञान, नागरिक शास्त्र और इतिहास विषयों को अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाएगा। मदरसों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू होगा। इससे पहले मदरसों में धार्मिक शिक्षा के साथ उर्दू, अंग्रेजी व हिदी ही अनिवार्य होते थे। उप्र मदरसा शिक्षा बोर्ड ने मदरसों में सात विषयों की पढाई अनिवार्य करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
उप्र मदरसा शिक्षा परिषद ने मदरसों में कक्षा एक से 12 तक की कक्षाओं में प्रारंभिक गणित, नागरिक शास्त्र, प्रारंभिक विज्ञान व इतिहास विषयों को अनिवार्य कर दिया है। इससे पहले मदरसों में अनिवार्य विषयों में उर्दू, अंग्रेजी व हिदी थे। मदरसा छात्रों को अब तीन के बजाय सात विषयों को अनिवार्य रूप से पढ़ना होगा। मदरसों में अनिवार्य किए गए विषय पहले वैकल्पिक रूप से पढ़ाए जाते थे। अब स्थाई किए जाने से छात्रों को पढ़ाई करने में आसनी होगी। ------------
मदरसों में गणित, विज्ञान, इतिहास को वैकल्पिक रूप से पढ़ाया जा रहा था, अब इनको अनिवार्य कर दिया गया है। मदरसों में एनसीइआरटी की पुस्तकें उपलब्ध न होने से शिक्षण कार्य में बाधा आती है।
सगीर आलम हबीबी, प्रवक्ता आल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिस-ए-अरबिया
---------
मदरसों में आधुनिक विषयों की उर्दू में किताबों का अभाव है। आधुनिक विषयों को पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति भी की जानी चाहिए। मदरसों में कंप्यूटर शिक्षा भी दी जा रही है।
-डा. आरए सिद्दीकी जनरल सेक्रेटरी, मैनेजर्स एसोसिएशन मदारिस-ए-अरबिया