कानपुर में एक प्रधान ने विभागों में भ्रष्टाचार से आहत होकर दिया था इस्तीफा, अब देने होंगे साक्ष्य

विभागों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर त्याग पत्र देने वाले प्रधान के मामले की सुनवाई जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय में होगी। इसके लिए प्रधान को तलब किया गया है और उसे अब भ्रष्टाचार के साक्ष्य देने होंगे। इसके बाद निर्धारित प्रक्रिया के तहत इस्तीफा देना होगा।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 09:49 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 09:49 AM (IST)
कानपुर में एक प्रधान ने विभागों में भ्रष्टाचार से आहत होकर दिया था इस्तीफा, अब देने होंगे साक्ष्य
प्रधान के त्यागपत्र के बाद से महकमे में खलबली मची है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार से एक प्रधान इस कदर तंग आ गया कि उसने निर्वाचन के चंद महीनों बाद इस्तीफा देकर खुद को मुक्त करने का प्रयास किया। लेकिन, शायद अब वह लंबी प्रक्रिया के जाल में फंसने वाला है क्योंकि अब उसे डीपीआरओ कार्यालय में तलब किया गया है और उससे भ्रष्टाचार के आरोपों के साक्ष्य भी मांगे जाएंगे। मामले में घाटमपुर ब्लाक के सिधौल गांव के प्रधान अजीत सचान को जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर ने सोमवार को तलब किया है। प्रधान को भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में साक्ष्य देने होंगे। अगर वह त्यागपत्र देना चाहेंगे तो फिर उनसे निर्धारित प्रक्रिया के तहत त्यागपत्र देने के लिए कहा जाएगा।

सिधौल ग्राम प्रधान अजीत सचान ने दो दिन पहले डीएम विशाख जी अय्यर को त्यागपत्र भेजा था। अजीत सचान ने आरोप लगाया था कि वह अपने गांव के पात्र बुजुर्गों को विधवा या वृद्धावस्था पेंशन नहीं दिला पा रहे, क्योंकि संबंधित विभागों में भ्रष्टाचार के कारण उनकी बात सुनी नहीं जा ही है। जो अपात्र हैं उन्हें पेंशन मिल रही है और योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। नियमत: प्रधान का त्यागपत्र स्वीकार करने का अधिकार जिला पंचायत अध्यक्ष को है।

प्रधान को अपना त्यागपत्र पंचायत सचिव को देना चाहिए था, वह उसे एडीओ पंचायत के माध्यम से बीडीओ और फिर जिला पंचायत राज अधिकारी के यहां भेजते। इसके बाद उसे डीएम के जरिए जिला पंचायत अध्यक्ष को भेजा जाता, लेकिन अजीत सचान ने ऐसा कुछ नहीं किया। सीधे डीएम को ही पत्र भेज दिया। चूंकि एक जनप्रतिनिधि ने विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं इसलिए उन्हें आरोपों के संबंध में साक्ष्य भी प्रस्तुत करने होंगे ताकि दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई हो सके। जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर ने बताया कि प्रधान को साक्ष्य सहित बुलाया गया है।

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