नामांकन नहीं हुआ, लेकिन शुरू हो गया कानपुर कपड़ा कमेटी का प्रचार, चुनाव में दावेदारों की फौज
कानपुर कपड़ा कमेटी का चुनाव 20 दिसंबर को है लेकिन चुनाव से पहले ही गुट बनाकर समझौते के तहत चुनाव टालने के प्रयास किए जा रहे थे। इसके तहत सभी 23 सीटों पर अपने ही गठबंधन के सदस्यों के नाम तय किए गए थे।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर कपड़ा कमेटी में अभी नामांकन हुआ भी नहीं है और कई प्रत्याशियों ने प्रचार भी शुरू कर दिया है। इसमें ज्यादातर वे हैं जो चुनाव के लिए बनाए जा रहे खेमे के बाहर के प्रत्याशी हैं। 73 नामांकन पत्र लिए जाने के बाद अब बाजार में सभी मान रहे हैं कि चुनाव ना हो अब यह आसान नहीं है क्योंकि बहुत से दावेदार नाम वापस लेने के मूड में भी नहीं हैं।
कानपुर कपड़ा कमेटी का चुनाव 20 दिसंबर को है लेकिन चुनाव से पहले ही गुट बनाकर समझौते के तहत चुनाव टालने के प्रयास किए जा रहे थे। इसके तहत सभी 23 सीटों पर अपने ही गठबंधन के सदस्यों के नाम तय किए गए थे। अब इस खेमेबाजी से नाराज बहुत से ऐसे लोग भी मैदान में आने के लिए नामांकन पत्र खरीद चुके हैं जो कभी चुनाव मैदान में आने के बारे में सोचते तक नहीं थे। कानपुर कपड़ा कमेटी में करीबह डेढ़ हजार व्यापारी हैं और इनमें से करीब पांच फीसद नामांकन पत्र खरीद चुके हैं। यह संख्या बहुत बड़ी मानी जा रही है।
अभी व्यापारी यह भी देखना चाहते हैं कि कौन-कौन लोग हैं जो वास्तव में नामांकन करने के लिए आगे आते हैं और इसके बाद नाम वापस ना लेकर चुनाव मैदान में उतरते हैं। कपड़ा कमेटी के व्यापारियों को उम्मीद है कि जितने प्रत्याशी चुनाव मैदान में आ रहे हैं, उससे अपने आप एक दूसरा खेमा भी तैयार हो सकता है। क्योंकि 23 सदस्यों का एक जो खेमा बन रहा है, वह अपने वोटों को अपने 23 लोगों के बीच ही डलवाने के प्रयास में है। इस खेमे से अलग होकर जो लोग चुनाव लड़ रहे हैं, उनमें भी कई पदाधिकारी बनने के इच्छुक इच्छुक हैं और वे नेतृत्व के लिए भी तैयार हैं, इसलिए कुछ अलग बैठकें भी होने लगी हैं।