नोडल अधिकारी का भी नहीं उठा फोन, लगाई फटकार

जेएनएन कानपुर कोविड संक्रमण से परेशान लोगों की मदद के लिए नगर निगम के स्मार्ट सिटी कंट्रोल रुम को कोविड कंट्रोल रूम बनाया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 02:13 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 02:13 AM (IST)
नोडल अधिकारी का भी नहीं उठा फोन, लगाई फटकार
नोडल अधिकारी का भी नहीं उठा फोन, लगाई फटकार

जेएनएन, कानपुर : कोविड संक्रमण से परेशान लोगों की मदद के लिए नगर निगम के स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम को कोविड कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां आने वाले फोन कॉल पर मदद मिलना तो दूर की बात, कर्मचारी फोन तक नहीं उठाते। मंगलवार को तो हद ही हो गई, जबकि नोडल अधिकारी केस्को एमडी अनिल ढींगरा का फोन भी यहां नहीं उठा। उन्होंने कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 18001805159 पर दो बार कॉल की थी। फोन न उठने के बाद वह डीएम आलोक तिवारी के साथ सीधे नगर निगम पहुंचे और कर्मचारियों को फटकारा। कर्मचारी फोन लाइन कम होने का हवाला देकर बचना चाहे थे, लेकिन नोडल अफसर ने दस और लाइनें बढ़ाने के निर्देश दिए। सख्त चेतावनी दी कि यदि फोन नहीं उठा तो सख्त कार्रवाई होगी। उधर फोन न उठने पर कई तीमारदार भी कंट्रोल रूम पहुंच गए और शिकायत दर्ज कराई।

पत्नी को अस्पताल के बाहर छोड़कर आया हूं, भर्ती करा दीजिए : पनकी के प्रभात निरंजन सुबह से कोविड कंट्रोल रूम में फोन लगा रहे थे, जब फोन नहीं मिला तो संक्रमित पत्‍‌नी को लेकर गुरु तेग बहादुर अस्पताल पहुंच गए। जब वह भर्ती नहीं किया गया तो अस्पताल के बाहर लिटाकर कंट्रोल रूम पहुंचे। यहां कर्मचारी ने उनका रजिस्ट्रेशन किया। इसके बाद वह अस्पताल गए।

भाई की जान चली जाएगी : दबौली के राजेश गुप्ता साकेतनगर अस्पताल से कंट्रोल रूम को फोन कर रहे थे। फोन न उठने पर खुद कंट्रोल रूम पहुंचे। नीचे ही उन्होंने कर्मचारियों को व्यथा बतानी शुरू कर दी। बोले, भाई नितेंद्र साकेतनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। डॉक्टरों ने कोविड के लक्षण बताए हैं। वहां ऑक्सीजन की कमी है, इलाज नहीं हो पा रहा है। कोविड अस्पताल में भर्ती करा दीजिए..।

रजिस्ट्रेशन कर दीजिए, पत्नी बीमार है: जाजमऊ के शाश्वत तिवारी की पत्नी की पिछले दो दिनों से हालत गंभीर है। उन्होंने मंगलवार को कई बार फोन किया, लेकिन कंट्रोल रूम में बात नहीं हो पाई, तो वह खुद वहां पहुंच गए। बताया पत्‍‌नी की हालत गंभीर है, कहीं भर्ती करा दीजिए। कर्मचारी ने रजिस्ट्रेशन किया, लेकिन ये कहा कि अस्पताल भर्ती करेगा या नहीं, ये नहीं कह सकते।

उठे फोन, तो होने लगी ऑक्सीजन की मांग: नोडल अधिकारी और जिलाधिकारी के पहुंचने के बाद कंट्रोल रूम में फोन उठना शुरू हुए तो तीमारदारों ने अस्पतालों में भर्ती कराने और ऑक्सीजन की मांग की। ऑनलाइन खाना मंगाना पड़ा महंगा, हुई ठगी, कानपुर : लॉकडाउन में ऑनलाइन खाना मंगाना सैन्यकर्मी समेत तीन को भारी पड़ गया। ऑर्डर देने के लिए जिन नंबरों पर फोन किया वह साइबर अपराधियों के निकले। मोबाइल पर एक लिंक आया और उस पर क्लिक करते ही खाते से धनराशि कट गई।

कल्याणपुर निवासी सैन्यकर्मी अतुल तिवारी ने बताया कि रविवार को फेसबुक पर विज्ञापन देखकर खाने का ऑनलाइन ऑर्डर दिया था। फोन रिसीव करने वाले ने 10 रुपये पहले भुगतान करने की बात कही और मोबाइल पर लिंक भेजकर खाते से 25 हजार रुपये निकाल लिए। इसी तरह बर्रा निवासी सेल्समैन के खाते से नौ हजार रुपये पार किए गए। इसके अलावा निजी स्कूल की एक शिक्षिका से भी इसी प्रकार ठगी की गई। साइबर सेल तीनों मामलों की जांच कर रही है।

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