MOU:हैलेट में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन में बैकअप का प्रावधान नहीं

कंपनी के साथ हुए एमओयू में बैकअप में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था अस्पताल प्रशासन को ही करनी है।

By Edited By: Publish:Sat, 23 Feb 2019 02:26 AM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 02:23 PM (IST)
MOU:हैलेट में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन में बैकअप का प्रावधान नहीं
MOU:हैलेट में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन में बैकअप का प्रावधान नहीं

जागरण संवाददाता, कानपुर : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के एलएलआर (हैलट) एवं संबद्ध अस्पतालों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) प्लांट लगाया जा रहा है। इसमें भी ऑक्सीजन के बैकअप का प्रावधान ही नहीं है। कंपनी के साथ हुए एमओयू में बैकअप में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था अस्पताल प्रशासन को ही करनी है। एलएलआर एवं संबद्ध अस्पतालों में लिंडे कंपनी ने एलएमओ प्लांट लगाने के लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर साइन किया है। इसके तहत बाल रोग में एक प्लांट लगाया है, जबकि दूसरा प्लांट न्यूरो साइंस सेंटर में लगाया है। दोनों की क्षमता 10 हजार लीटर की है। इसी तरह तीसरा प्लांट इमरजेंसी के पीछे लग रहा है। कंपनी ने जो करार किया है, उसमें बैकअप का कोई प्रावधान नहीं किया है। अगर एलएमओ प्लांट से ऑक्सीजन आपूर्ति में किसी तरह की दिक्कत आती है तो कंपनी जिम्मेदार नहीं होगी। अस्पताल प्रशासन को 24 घंटे वैकल्पिक इंतजाम रखना होगा।

देहरादून से होगी आपूर्ति एलएमओ प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति देहरादून स्थित प्लांट से होगी। ऐसे में अगर कभी कोई जाम या बाधा आएगी तो अस्पताल में दिक्कत हो सकती है। मोबाइल से करेंगे मॉनीट¨रग एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या के मुताबिक लिंडे कंपनी के अधिकारी ने एडवांस प्लांट लगाया है। इसमें ऐसी डिवाइस लगाई है, जिससे उनके मोबाइल पर अलर्ट मिलता रहेगा। टैंक आधा होते ही देहरादून से टैंक रवाना कर दिया जाएगा। बैकअप में रहेंगे 150 सिलेंडर प्रमुख अधीक्षक का कहना है कि अभी अस्पताल में रोजाना 200 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत है। एलएमओ प्लांट चालू होने पर सिर्फ 150 सिलेंडर का बैकअप रखना होगा। आपात स्थिति में इसका इस्तेमाल किया जाएगा।

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