Night Curfew In Kanpur: जानिए- रात्रि कर्फ्यू में किसे मिलेगी छूट और कौन ले सकता ई-पास, लॉकडाडन से किस तरह है अलग
Kanpur Night Curfew News कानपुर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने रात दस से सुबह छह बजे तक के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया है। इसके लिए प्रशासन ने नियम भी निर्धारित किए है।
कानपुर, जेएनएन। शहर में तेजी से कोरोना वायरस का कहर बढ़ रहा है। रोजाना हो रही मौतों और बढ़ते मरीजों को देखते हुए शासन ने शहर में रात्रि कर्फ्यू लागू कर दिया है। इसके लिए पुलिस प्रशासन को सख्ती से कर्फ्यू लागू कराने का आदेश दिया गया है। हालांकि इस कर्फ्यू में कुछ लोगों को छूट भी दी गई और ई-पास जारी करने की भी व्यवस्था है। आइए, जानते हैं किसे छूट है और कौन ई-पास जारी करा सकता है...।
रत्रि कर्फ्यू में इन्हें मिलेगी आने जाने में छूट
दिखाएंगे परिचय पत्र
-भारत सरकार के अधिकारी, पीएसयू और स्थानीय निकाय के अधिकारी
-स्वास्थ्य कर्मी व पैरामेडिकल स्टॉफ के लोग
-पुलिस व जेल के अधिकारी
-होमगार्ड, सिविल डिफेंस, दमकल जवान
-बिजली, पानी व सफाई कर्मचारी
-परिवहन निगम (बस, रेल व हवाई सेवा कर्मी)
-आपदा प्रबंधन कर्मी
-आवश्यक वस्तु से जुड़े कर्मचारी
-राज्यों के भीतर व अंतरराज्यीय स्तर पर आवश्यक सामान लाने व ले जाने की छूट
ई-पास दिखकर ये जा सकेंगे
-सब्जी, फल, किराना, मछली, मीट, दवा का काम करने वाले
-बैंक, एटीएम, इश्योरेंस कर्मी
-प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया कर्मी
- टेलीकॉम व इंटरनेट सेवा कर्मी
- ई कार्मस कंपनियों के कर्मचारी जो खाद्य सामग्री आदि डिलीवरी करने वाले
- पेट्रोल, सीएनजी, पीएनजी आदि के कर्मचारी
- किसी भी प्रोडक्शन यूनिट में काम करने वाले कर्मचारी
- कोल्ड स्टोरेज और सिक्योरिटी सर्विस के कर्मचारी
लॉकडाउन और रात्रि कर्फ्यू में अंतर
लॉकडाउन : लॉकडाउन आपातकालीन व्यवस्था होती है। इसका निर्णय शासन स्तर पर होता है। यह व्यवस्था 24 घंटे लगातार लागू रहती है। लॉकडाउन के जरूरी सेवाएं बंद नहीं की जाती हैं। मेडिकल सेवाएं, बैंक, डेयरी, दवाएं, राशन, फल-सब्जी जैसे जरूरी सामान की दुकानें खुलती हैं। इस बीच लोगों से घर में ही रहने की अपील की जाती है। सिर्फ आवश्यक वस्तुओं के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है।
रात्रि कफ्र्यू : इसमें लोगों को घरों से बाहर जाने की अनुमति नहीं होती। रात्रि कफ्र्यू में कुछ छूट बहुत कम देर के लिए दी जाती है। जिसमें सिर्फ वही सेवा चालू रहती है, जो बेहद जरूरी होती है। मेडिकल और अन्य जरूरी सेवाएं। इसमें लोगों को हिदायत होती है कि सड़क पर न निकलें और भीड़ न लगाएं। रात्रि कफ्र्यू का उल्लंघन करने वाले की गिरफ्तारी हो सकती है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
संक्रमण रोकने का सही तरीका नाइट कफ्र्यू
कोरोना संक्रमण की लहर को रोकने के लिए शासन ने नाइट कफ्र्यू लागू कर दिया है। इस निर्णय को चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े अधिकारियों ने कारगर माना है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. आरबी ङ्क्षसह ने बताया कि संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए यह बेहतर शुरुआत है। दिन के समय भीड़-भाड़ काफी रहती है, लेकिन उस समय कफ्र्यू लगाने से लोगों की समस्या बढ़ेगी। संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसको रोकना आवश्यक है। आमजन मास्क लगाएं, शारीरिक दूरी का पालन करें और किसी तरह की समस्या नजर आने पर अपनी जांच कराएं। यह तरीका अपनाकर कोविड के केसों को बढऩे से रोका जा सकता है।
नर्सिंगहोम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एमके सरावगी ने बताया कि शासन की ओर से सही निर्णय है। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को और तेजी से बढ़ाया जाए तो संक्रमण को पैर पसारने का मौका नहीं मिलेगा। लोग सतर्क रहें। भीड़-भाड़ वाली जगहों से जाने से बचें। अगर किसी के संपर्क में आ गए हों तो तुरंत अपनी जांच कराएं। कोरोना के संक्रमण को मिलकर रोका जा सकता है।