शॉपिंग मॉल का मालिक निकला नाइजीरियन ठग, Facebook Instagram पर दोस्ती कर करता था ठगी
वीजा पर भारत आया नाइजीरियन युवक दिल्ली में रहकर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर युवतियों से दोस्ती गांठता था और विदेशी महंगा गिफ्ट भेजने के नाम पर ठगी करता था। कानपुर क्राइम ब्रांच टीम में उसे गिरफ्तार करके पर्दाफाश किया है।
कानपुर, जेएनएन। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर महिलाओं से दोस्ती के बाद महंगे उपहार भेजने का झांसा देकर लाखों रुपये हड़पने वाले नाइजीरियन ठग ओकुवारिमा मोसिस ने नाइजीरिया के एबियोकुटा शहर में अपना शापिंग माल भी खोल था। वह भारत की विभिन्न कंपनियों से उत्पाद खरीदकर वहां भेजता था। पत्नी को भी उसी माल में डिजाइनर कपड़ों का शोरूम खुलवाया था। पुलिस अब तक उसके नाइजीरियन बैंक खाते में मौजूद 30 लाख रुपये फ्रीज नहीं करा सकी है। इसके लिए दिल्ली स्थित नाइजीरिया के दूतावास में ई-मेल भेजा है, जिससे वह रकम वापस लाई जा सके। साथ ही मुकदमे में उसकी महिला मित्र मिंडी समेत तीन आरोपितों के नाम भी बढ़ाए गए हैं।
दिल्ली-नोएडा बार्डर पर किया गिरफ्तार
नवाबगंज के पहलवानपुरवा गांव निवासी युवती की शिकायत पर दर्ज हुए धोखाधड़ी, जालसाजी व आइटी एक्ट के मुकदमे की जांच के बाद पुलिस ने शनिवार को नाइजीरिया निवासी ओकुवारिमा मोसिस को नई दिल्ली-नोएडा बार्डर पर गिरफ्तार किया था। आरोपित ने युवती से इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद उसे हीरों का हार भेजने का झांसा दिया था। इसके बाद तीन जून को आरोपित की महिला मित्र मिंडी ने खुद को कस्टम विभाग का अधिकारी बता युवती को फोन किया और डराकर खाते में 4.05 लाख रुपये जमा करा लिए थे।
ठगी की रकम से पत्नी को खुलवाया शॉपिंग माल
क्राइम ब्रांच टीम ने बताया कि आरोपित भारतीय महिलाओं को गिफ्ट और पुरुषों को लाटरी का झांसा देकर खाते में रकम जमा कराता था। साथ ही कस्टम विभाग या आयकर विभाग का अधिकारी बताकर अपने साथियों से फोन कराता था। इसके बाद कार्रवाई का डर दिखाकर खातों में और रकम जमा कराता था। यही रकम वह अपने और अपनी पत्नी के नाइजीरियन बैंक के खाते में ट्रांसफर कर देता था। इसी रकम से उसने पत्नी को अपने शहर में शापिंग माल खुलवाया था। आरोपित जब दिल्ली में किसी कंपनी से शापिंग माल के लिए उत्पाद खरीदने जाता था तो खुद को विदेशी पर्यटक या व्यापारी बताता था। उन फर्म के खातों में भी आनलाइन भुगतान करता था। डीसीपी क्राइम ने बताया कि गैंग में शामिल अन्य लोगों के नाम भी मुकदमे में बढ़ाए जा रहे हैं। दिल्ली निवासी आरोपित की महिला मित्र की तलाश में एक टीम जुटी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भारतीय बैंकों के खातों में रकम बेहद कम
जिन भारतीय बैंकों के खातों में आरोपित पीडि़तों से रकम जमा कराता था। उनसे एटीएम या आनलाइन ट्रांजेक्शन करके फौरन ही रकम निकाल लेता था। जिन तीन खातों की जानकारी मिली है, उसमें आरोपित ने सिर्फ 10 से 25 हजार रुपये तक ही छोड़े थे। पुलिस पीडि़तों की रकम वापस दिलाने के लिए आरोपित के नाइजीरियन बैंक खाते को फ्रीज कराने की कोशिश कर रही है।