कानपुर में ई-मेल हैक करके 2.45 करोड़ की ठगी, नाइजीरियन गिरोह ने एस्क्रो खातों में जमा कराई रकम

कानपुर स्वरूप नगर की कंपनी का ई-मेल आइडी हैक करके बैंक को मेल भेज दिया जिसपर अलग अलग खातों में 2.45 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर कराई गई। क्राइम ब्रांच ने महिला समेत तीनों आरोपितों को जेल भेजकर बाकी तलाश कर रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 09:51 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 09:51 AM (IST)
कानपुर में ई-मेल हैक करके 2.45 करोड़ की ठगी, नाइजीरियन गिरोह ने एस्क्रो खातों में जमा कराई रकम
कानपुर में नाइजीरियन गिरोह ने कंपनी को चूना लगाया।

कानपुर, जेएनएन। नाइजीरियन गिरोह ने स्वरूप नगर स्थित कंपनी का ई-मेल आइडी हैक करके बैंक से अलग अलग 13 एस्क्रो खातों में 2.45 करोड़ जमा कराकर ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद बरेली जेल में बंद नाइजीरियन से पूछताछ करने की तैयारी शुरू की है। पुलिस अब नाइजीरियन गैंग के शातिर रोमिका राबर्ट से पूछताछ के बाद बड़ा राज फाश कर सकती है। इसलिए पुलिस टीम जल्द बरेली जाएगी और उसे रिमांड पर भी ला सकती है। इस गिरोह ने यूपी, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, राजस्थान, दिल्ली की फार्मों के नाम वाले एस्क्रो खाताें में रकम ट्रांसफर कराई है।

जानिए-क्या है ठगी का मामला

स्वरूप नगर स्थित गणेश इकोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का एस्क्रो खाता एचडीएफसी बैंक की मुंबई शाखा में है। कंपनी के अधिकारी इस खाते से अन्य फर्मों को भुगतान कराने के लिए बैंक को ई-मेल भेजते थे। पिछले माह साइबर अपराधियों ने फर्जी ईमेल आइडी बनाकर बैंक को मेल भेजा और 17 अगस्त को 13 विभिन्न फर्म के खातों में 2.45 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम ट्रांसफर करा ली थी। कंपनी के जीएम कमल कुमार जैन ने 25 अगस्त को मुकदमा लिखाया था। क्राइम ब्रांच ने इस मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि 13 बैंक अकाउंट यूपी, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, राजस्थान के जयपुर,दिल्ली और मालदा में अलग-अलग फर्मों के हैं। जांच में सामने आया साइबर ठगों ने कंपनी की ईमल आइडी हैक करके यह मेल किया गया।

तीन शातिर पकड़े तो खुला पूरा मामला

क्राइम ब्रांच ने जांच के बाद तिलक नगर दिल्ली निवासी महिला शहनाज मोहम्मद, मुंबई निवासी मोहम्मद अजमेरी और साजिद अनीशदीक अली खान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताए गए खातों में ट्रांसफर की गई 58 लाख रुपये की धनराशि को क्राइम ब्रांच ने होल्ड करा दिया है। यह खाते दिल्ली, तमिलनाडु, मुंबई और मालदा में स्थित एसबीआई, एचडीएफसी, एक्सिस, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, यस बैंक और केनरा बैंक के हैं। इससे पूर्व बरेली पुलिस ने नाइजीरिया के ओशोलगा सिटी निवासी रोमिका राबर्ट को गिरफ्तार किया था। वह साइबर ठगी से बरेली के तीन खातों में जमा किए गए 80 लाख रुपये खातेदारों से लेने के लिए पहुंचा था। जांच में पता लगा था कि बरेली के जिन खातों में रकम जमा की गई थी, उसमें से एक में गणेशा इकोटेक कंपनी के खाते से भी रकम आई थी।

पुलिस अब बरेली जेल में नाइजीरियन से करेगी पूछताछ

क्राइम ब्रांच टीम ने बताया कि पुलिस टीम बरेली जेल में बंद राबर्ट व अन्य खातेदारों से पूछताछ करेगी। बाकी खातेदारों का भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है। जल्द उन्हेंं भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। क्राइम ब्रांच ने खातों की पड़ताल के बाद गिरफ्तार की गई नाइजीरियन गैंग की महिला सदस्य तिलक नगर दिल्ली निवासी शहनाज और दोनों खातेदार मुंबई के मो. अजमेरी और साजिद अली को जेल भेज दिया। चार अन्य खातेदारों का भी पता लगा है।

महिला फोन पर लालच देकर गिरोह के लिए जुटाती थी खातेदार

पुलिस की तफ्तीश में यह भी पता लगा है कि शहनाज नाइजीरियन गैंग की सक्रिय सदस्य है। वह देश भर में लोगों को फोन पर लालच देकर खातेदारों का इंतजाम करती थी। इसके बाद विभिन्न कंपनियों और व्यक्तियों से हड़पी ठगी की रकम इन खातों में ट्रांसफर कर निकाली जाती थी। कई खातेदार महिला को अपनी आइडी उपलब्ध करा देते थे। इसके बाद महिला खुद ही विभिन्न बैंकों में उनके नाम से खाते खुलवा लेती थी। गणेशा इकोटेक के खाते से जिन 13 खातों में रकम जमा कराई गई थी, उनसे बाद में सौ से ज्यादा दूसरे खातों में रकम भेजकर निकाली गई थी।

जानिए- क्या होता है एस्क्रो खाता

एस्क्रो खाते में दो पार्टियों की ओर से एक परिसंपत्ति व पैसे को तीसरे पक्ष के पास रखा जाता है, जो लेनदेन की प्रक्रिया को उन दोनों पक्षों के लिए पूरा करता है। बैंक ऐसे खाते खोलकर इसमें तीसरे पक्ष की भूमिका निभाती है। इन्हें एस्क्रो खाता कहा जाता है। विशेषकर रेरा ने बिल्डर व आवंटी के बीच ट्रांजेक्शन के लिए इस खाते को अनिवार्य किया है।

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