Crime branch को मिला Input ...वीजा अवधि खत्म होने पर भी देश में ही छिपे हैं नाइजीरियन ठग के दोस्त

फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद महंगे उपहार भेजने या लाटरी निकलने का लालच देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले नाइजीरिया निवासी ठग ओकुवारिमा मोसिस के साथियों की तलाश में पुलिस टीमें दिल्ली और पंजाब में दबिश दे रहीं हैं

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:08 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:08 AM (IST)
Crime branch को मिला Input ...वीजा अवधि खत्म होने पर भी देश में ही छिपे हैं नाइजीरियन ठग के दोस्त
क्राइम ब्रांच जल्द ही इन्हेंं गिरफ्तार कर सकती है

कानपुर, जेएनएन। फेसबुक और इंस्टाग्राम में दोस्ती गांठने के बाद महंगे उपहार भेजने का झांसा देकर युवतियों को ठगने वाले नाइजीरियन ठग को लेकर क्राइम ब्रांच को अहम बातें पता चली हैं। उसके हमवतन दोस्त पिछले दो सालों से एक्सपायर हो चुके वीजा के साथ देश में छिपे हैं। इनकी संख्या चार से पांच बताई जा रही है। क्राइम ब्रांच जल्द ही इन्हेंं गिरफ्तार कर सकती है।

युवतियां थी मोसिस का टारगेट : क्राइम ब्रांच ने पिछले दिनों युवती से 4.05 लाख रुपये ठगने के आरोपित नाइजीरिया निवासी ओकुवारिमा मोसिस को गिरफ्तार किया था। वह केविन हेरिसन नाम से फेसबुक व इंस्टाग्राम पर विशेषकर युवतियों से दोस्ती करके चैटिंग से उन्हेंं जाल में फंसाता था। महंगे गिफ्ट देने की पेशकश करने पर जब युवतियां उसके झांसे में आ जातीं तो कस्टम अधिकारी बनकर कानूनी पचड़े का डर दिखा उनसे रुपये ऐंठ लेता था। ऐसा करके उसने अब तक 70 से 80 लाख रुपये की ठगी की है।

किसी गिरोह के होने का क्राइम ब्रांच को शक : क्राइम ब्रांच की जांच में उसके साथ एक बड़े गिरोह के शामिल होने की बात पता चली है। सूत्रों के मुताबिक अब तक उसके आठ से 10 साथी पुलिस के रडार पर आ चुके हैं। इनमें चार से पांच साथी नाइजीरिया के ही रहने वाले हैं। वह अलग-अलग तरह के वीजा लेकर यहां आए थे। उनकी वीजा अवधि वर्ष 2019 में खत्म हो चुकी है। इसके बाद भी वापस नहीं लौटे हैं। अब इन्हेंं जल्द पकडऩे की तैयारी चल रही है। 

नाइजीरियन ठग तीन ग्रुप बनाकर साथियों से करता था चैटिंग : फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद महंगे उपहार भेजने या लाटरी निकलने का लालच देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले नाइजीरिया निवासी ठग ओकुवारिमा मोसिस के साथियों की तलाश में पुलिस टीमें दिल्ली और पंजाब में दबिश दे रहीं हैं। हालांकि, अब तक कोई कामयाबी नहीं मिली है। आरोपित के फोन की काल डिटेल व तीन वाट्सएप ग्रुपों पर साथियों के साथ की गई chaiting से पुलिस को उसके दिल्ली, पंजाब और उप्र के नेटवर्क का पता लगा है। उसके साथी भी इसी तरह ठगी कर रहे हैं। इसमें कुछ स्थानीय पुलिस कॢमयों के नंबर मिले हैं, जिससे उनकी भी मिलीभगत की आशंका है। क्राइम ब्रांच ने नवाबगंज निवासी युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके नाइजीरिया निवासी शातिर ठग ओकुवारिमा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वह देश में अगस्त 2019 में आया था और तीन माह बाद वीजा एक्सपायर होने के बाद भी अवैध रूप से रह रहा था। पुलिस ने आरोपित के पास से एक लैपटाप व दो मोबाइल फोन बरामद किए थे। उन फोन नंबरों की काल डिटेल और वाट्सएप चैटिंग से पुलिस को सुराग मिल रहे हैं। आरोपित ने वाट्सएप पर एक ग्रुप ऐसा भी बनाया था, जिसमें सभी नाइजीरिया में रहने वाले जुड़े हुए हैं। दूसरे ग्रुप में भारत में रह रहे नाइजीरियन हैं और तीसरे ग्रुप में धर्म स्थल से जुड़े कुछ लोग शामिल हैं।

कुछ साथी पंजाब और उप्र में भी रहे हैं : क्राइम ब्रांच के मुताबिक, जब इन वाट्सएप ग्रुपों को खंगाला गया तो पता लगा कि आरोपित के कुछ साथी पंजाब और उप्र में भी रह रहे हैं। वह कुछ नामी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने के लिए भारत आए थे। उससे जुड़कर वह भी फेसबुक व इंस्टाग्राम पर दोस्ती करके लोगों से लाखों रुपये ठग रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपित की स्थानीय थाने में अच्छी जान पहचान भी है। उसके वाट्सएप ग्रुप पर पुलिसकर्मियों के भी नंबर मिले हैं, लेकिन काल डिटेल में ऐसा कोई नंबर नहीं दिखा।

बार-बार ठिकाना बदल रही महिला मित्र : क्राइम ब्रांच मोसिस की महिला मित्र मिंडी की तलाश में सोमवार रात दिल्ली पहुंची और साउथ एक्स. की मेन मार्केट में स्थित एक गल्र्स हॉस्टल में पूछताछ की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस के पहुंचने से पहले ही मिंडी वहां से निकल गई थी और उसका नंबर बंद हो गया था। उधर, पंजाब पुलिस से भी संपर्क करके उसके कुछ साथियों का पता लगाने के लिए कहा गया है।

chat bot
आपका साथी