कानपुर से कबरई तक फोरलेन अलाइनमेंट में होगा बदलाव, एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने देखा हाईवे

कानपुर से कबरई मार्ग के बायीं तरफ नया फोरलेन हाईवे बनाया जाना प्रस्तावित है। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक ने कबरई तक निरीक्षण करने के बाद ग्रीनफील्ड और अाबादी को देखते हुए अलाइनमेंट में बदलाव के निर्देश दिए हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 07:54 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 07:54 AM (IST)
कानपुर से कबरई तक फोरलेन अलाइनमेंट में होगा बदलाव, एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने देखा हाईवे
कानपुर से कबरई तक नया फोरलेन हाईवे प्रस्तावित है।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर से घाटमपुर-हमीरपुर होते हुए कबरई तक एक नया फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने के लिए कंसलटेंट के साथ एनएचएआइ के परियोजना निदेशक ने निरीक्षण किया। यह फोरलेन कानपुर-कबरई मार्ग के बायीं तरफ बनाया जाना है। परियोजना निदेशक ने ग्रीन फील्ड और आबादी भाग को देखकर कंसलटेंट को अलाइनमेंट में बदलाव करने के निर्देश दिए ।

कानपुर से घाटमपुर होते हुए हमीरपुर- कबरई जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग अभी नौबस्ता के बाद टू लेन है, जिससे नौबस्ता, रमईपुर, घाटमपुर, बिधनू, पतारा समेत कई जगहों में जाम की स्थिति रहती है। इसकी वजह कबरई की ओर से आने वाले मौरंग, गिट्टी लदे ओवरलोड ट्रक हैं। इस मार्ग से बांदा, हमीरपुर, महोबा के साथ ही मध्य प्रदेश के वाहन गुजरते हैं। मंगलवार को परियोजना निदेशक पंकज मिश्रा ने कंसलटेंट के साथ कबरई तक करीब पांच घंटे तक निरीक्षण किया। इस दौरान वह बिधनू, पतारा, घाटमपुर सहित दर्जनों जगहों पर रुके और वहां आबादी और ग्रीन फील्ड को देखा।

तीन अलाइनमेंट किए थे निर्धारित

कंसलटेंट ने तीन अलाइनमेंट निर्धारित किए थे। पहला अलाइनमेंट वर्तमान मार्ग को ही फोरलेन करना, दूसरा वर्तमान मार्ग के समानांतर दाहिनी तरफ से नया मार्ग और तीसरा था वर्तमान मार्ग के बाएं तरफ से नया मार्ग बनाया जाए। दाहिने तरफ से बनाने पर यमुना में काफी बड़ा पुल बनाना पड़ेगा, क्योंकि यमुना की चौड़ाई वर्तमान मार्ग के दाहिने तरफ ज्यादा है। यही वजह है कि बाएं तरफ के अलाइनमेंट को मंत्रालय भेज दिया गया था।

पीएनसी चार वर्ष और वसूलेगी टोल

मार्ग को टू लेन बनाने का काम पीएनसी ने किया था। पीएनसी के पास 2025 तक टोल वसूलने का अधिकार है। ऐसे में इससे पहले इस मार्ग को फोरलेन करने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकती है, इसीलिए समानांतर फोरलेन हाईवे बनेगा।

प्रोजेक्ट पर एक नजर

लागत : तीन हजार करोड़

भूमि अधिग्रहण: 700 हेक्टेयर

लंबाई: 120 किमी

(यह आंकड़े अनुमानित हैं) कंसलटेंट को कुछ बदलावों का सुझाव दिया गया है। वह तीन दिन में परिवर्तन को शामिल करने के बाद अलाइनमेंट को देंगे। इसके बाद डीपीआर को मंत्रालय भेजा जाएगा। -पंकज मिश्रा, परियोजना निदेशक एनएचएआइ

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