कोरोना की आफत के बीच कानपुर नगर निगम भूला एनजीटी का आदेश, सड़क पर उड़ती धूल बढ़ा रही प्रदूषण
कोरोना के चलते खोदी सड़कों पर पानी डालने की जगह अब नगर निगम फव्वारे वाली मशीनों से शहर में सैनिटाइजर कर रहा है। होली के समय चौराहों पर होलिका रखने से पहले डाली गयी मिट्टी अभी भी तमाम जगह से नहीं उठायी गयी है। इसके कारण दिनभर उड़ती रहती है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना में नगर निगम एनजीटी के आदेशों को भूल गया है। जगह-जगह सड़क पर पड़ी मिट्टी उड़ रही है। वाहन सवार और राहगीरों का निकलना मुश्किल हो गया है। रोक के बाद भी खुले में निर्माण सामग्री रखी जा रही है अौर खुले में मलबा, मौरंग और बालू जा रही है जो उड़ने पर मुसीबत बन जाती है। वहीं प्रदूषण सुधार को लेकर शासन ने 15वें वित्त आयोग से 74 करोड़ रुपये नगर निगम को भेजे है लेकिन अभी तक प्रस्ताव तक नहीं तैयार हुआ है। नगर निगम खजाने में छह माह से धन रखा है।
कोरोना के चलते खोदी सड़कों पर पानी डालने की जगह अब नगर निगम फव्वारे वाली मशीनों से शहर में सैनिटाइजर कर रहा है। होली के समय चौराहों पर होलिका रखने से पहले डाली गयी मिट्टी अभी भी तमाम जगह से नहीं उठायी गयी है। इसके कारण दिनभर उड़ती रहती है। लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। खुले में सामग्री डालने वालों पर नगर निगम ने पहले अभियान चलाया था लेकिन अब बंद पड़ा है। गाइड लाइंस के चलते 74 करोड़ रुपये का निस्तारण भी नहीं हो पा रहा है।
इस बाबत नगर निगम मुख्य अभियंता ने बताया कि गाइड लाइंस अा गयी है इसके अाधाक पर प्रस्ताव तैयार कराके 74 करोड़ रुप ये का निस्तारण कराया जाएगा।