कानपुर देहात : सात फेरों संग दिया था साथ जीने-मरने का वचन, पति को बचाने में पत्नी की भी गई जान

कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र रणधीरपुर गांव में घटना के बाद मातम छा गया है और करंट की चपेट में आने से नवदंपती की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया है। तीन साल पहले उनकी शादी हुई थी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 12:53 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 12:53 PM (IST)
कानपुर देहात : सात फेरों संग दिया था साथ जीने-मरने का वचन, पति को बचाने में पत्नी की भी गई जान
कानपुर देहात के गांव में हादसे के बाद मातम छा गया।

कानपुर देहात, जागरण संवाददाता। सात फेरों संग सात जन्म तक जीन-मरने का वचन देने वाले एक दंपती की मौत से मंगलपुर थाना क्षेत्र के रणधीर पुर गांव में मातम छा गया है। शादी के बाद जीवन के सुनहरे सपने संजोने वाली वंदना की भी जान पति गोलू को बचाने में चली गई। हादसे के बाद घर में कोहराम मच गया तो गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। घटना से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

मंगलपुर थाना क्षेत्र में रणधीरपुर गांव में रहने वाले 23 वर्षीय गोलू की शादी तीन साल पहले 22 वर्षीय पत्नी वंदना से हुई थी। शादी के समय सात फेरों संग दोनों ने साथ जीने-मरने का वचन निभाने का वादा एक दूसरे से किया रहा होगा। शादी के बाद वंदना जीवन के सुनहरे सपने संजो चुकी थी और पति के साथ खुशहाल जीवन बिता रही थी। उसके क्या पता था कि ज्यादा दिन तक जीवन के सुनहरे पल गुजार नहीं पाएगी। शनिवार की रात एक हादसे में दोनों की एक साथ मौत की खबर सुनकर ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं।

उनके घर पर लोहे के दरवाजे में करंट आ रहा था, शनिवार देर रात लघुशंका के लिए उठे गोलू ने अंजाने में दरवाजा पकड़ लिया। दरवाजा छूते ही वह करंट की चपेट में आकर तड़पने लगा। उसकी चीख सुनकर जागी वंदना ने पति को बचाने का प्रयास किया और वह भी करंट की चपेट में आ गई। इस बीच स्वजन पहुंच गए और डंडे से खुले बिजली के तार को दरवाजे से अलग किया। इसके बाद किसी तरह दोनों को लेकर हवासपुर सीएससी पहुंचे, जहां पर डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। तीन वर्ष शादी के बाद कोई संतान नहीं थी। हादसे के बाद स्वजन बदहवास हो गए। थाना प्रभारी सीडी यादव ने बताया कि करंट से दंपती की मौत होने की जानकारी मिली है।

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