एचबीटीयू एल्युमिनाई एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी गठित

-महेंद्र पाल उपाध्यक्ष सुशील कुमार सचिव और प्रवीन बने कोषाध्यक्ष

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 01:23 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 01:23 AM (IST)
एचबीटीयू एल्युमिनाई एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी गठित
एचबीटीयू एल्युमिनाई एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी गठित

जागरण संवाददाता, कानपुर : एचबीटीयू के शताब्दी समारोह के तीसरे दिन एल्युमिनाई एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी का गठन हुआ। 1983 बैच के पूर्व छात्र महेंद्र पाल सिंह उपाध्यक्ष, 1995 बैच के सुशील कुमार सचिव, 1993 बैच के प्रवीन गुप्ता कोषाध्यक्ष व 1998 बैच के पीकेएस यादव संयुक्त सचिव निर्विरोध चुने गए। पांच पूर्व छात्र कार्यकारिणी सदस्य बने।

कार्यकारिणी का चुनाव विवि के पूर्वी कैंपस स्थित सभागार में हुआ। कोषाध्यक्ष प्रवीन गुप्ता पूर्व में एसोसिएशन के संयुक्त सचिव थे। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन के अध्यक्ष का पद पूर्व की ही तरह केरल कैडर के आइपीएस अधिकारी बलराम उपाध्याय संभालेंगे। कार्यकारिणी सदस्यों में वर्ष 1994 बैच के वेद प्रकाश, 1993 बैच के स्वप्नलेखा बस्क, 1981 बैच के जगमोहन सलूजा, 1977 बैच के दिनेश श्रीवास्तव और 1981 बैच के इंद्र पाल सिंह शामिल हुए हैं। प्रवीन ने बताया कि शताब्दी समारोह के शुभारंभ पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने एल्युमिनाई एसोसिएशन के सदस्यों को एक अक्षय निधि बनाने का सुझाव दिया था। उन्हीं की सलाह पर एसोसिएशन अब अक्षय निधि बनाने की तैयारी कर रहा है। इससे गरीब, कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं की मदद की जा सकेगी और संस्थान में नवाचार व उद्यम विकास के क्षेत्र में कार्य किए जा सकेंगे। उन्होंने एक मीडिया सेल भी बनाने की बात कही।

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पत्नियों के साथ अपने संस्थान में पहुंचे पूर्व छात्र

एल्युमिनाई एसोसिएशन के तमाम पूर्व छात्र परिवार के साथ शताब्दी समारोह में शामिल होने आए थे। सिविल इंजीनियरिग से वर्ष 1975 में बीटेक करने वाले तीन पूर्व छात्र लखनऊ निवासी चंद्र किशोर श्रीवास्तव, श्यामनगर कानपुर के देवर्षि कुमार शुक्ला व लखनऊ निवासी अजय कुमार अपनी पत्नियों के साथ पहुंचे। उन्होंने क्लासरूम देखा और शिक्षकों से बात की। चंद्र किशोर ने बताया कि जब वह संस्थान में आए थे तब सिविल इंजीनियरिग में 20 सीटें होती थीं। उनका बैच ही ऐसा था, जिसमें सीटें फुल हो गई थीं। इससे पूर्व के बैच में केवल दो-चार छात्र ही प्रवेश लेते थे। चंद्रकिशोर ने बताया कि वह पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता पद से, देवर्षि शुक्ला जल निगम के अधीक्षण अभियंता पद से और अजय कुमार राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए थे।

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