New Education Policy: वस्तुचित्रण से महान कलाकारों के बारे में जानेंगे प्रदेश के बच्चे, बेसिक शिक्षा की विभाग की नई पहल
New Education Policy बीएसए डॉ.पवन तिवारी ने बताया कि अभी तक बच्चे निजी प्रकाशकों की कला की किताबें पढ़ रहे थे। हालांकि अब जल्द ही उन्हें विभाग की ओर से अन्य विषयों की किताबों की तरह ही कला की किताबें मुहैया होंगी। यह विभाग की सराहनीय पहल है।
कानपुर, जेएनएन। New Education Policy परिषदीय व उच्च परिषदीय विद्यालयों के बच्चे अब कला की किताबों में वस्तु चित्रण, कला का इतिहास, मिट्टी की कला की शुरुआत, कला आदि की जानकारी आसानी से ले सकेंगे। नई शिक्षा नीति के तहत बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पहली बार इन बच्चों के लिए अलग-अलग कला की किताबें तैयार कराईं जा रहीं हैं।
किताबों को तैयार करने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद यानी एससीईआरटी द्वारा प्रदेश के जिन सात शिक्षकों की टीम बनाई गई, उसमें शहर से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रवक्ता संतोष सरोज भी शामिल रहे। संतोष ने कक्षा एक से पांचवीं तक और छठवीं से आठवीं तक, दोनों किताबों के लिए काफी अहम जानकारियां दी हैं।
वस्तुचित्रण से लेकर महान कलाकारों को जानेंगे बच्चे: संतोष बताते हैं, कि कक्षा एक से पांचवीं तक बच्चे जहां वस्तु चित्रण, फल व फूलों के नामांकित चित्र, वॉटर कलर, पेंसिल कलर, अजंता-एलोरा की गुफाएं, सिंधु घाटी की सभ्यता आदि के विषय में जानेंगे वहीं, छठवीं से आठवीं तक के बच्चे सबसे पहले भारत में कला की शुरुआत, कला का इतिहास, मिट्टी की कला का प्रांरभ, देश के महान कलाकार, पेंटिंग्स आदि के विषय में जानकारी हासिल कर सकेंगे।
जल्द उपलब्ध होंगी पुस्तकें: बीएसए डॉ.पवन तिवारी ने बताया कि अभी तक बच्चे निजी प्रकाशकों की कला की किताबें पढ़ रहे थे। हालांकि, अब जल्द ही उन्हें विभाग की ओर से अन्य विषयों की किताबों की तरह ही कला की किताबें मुहैया होंगी। यह विभाग की सराहनीय पहल है।